
सरकारी कॉलेज के विद्यार्थियों ने किसानों की गिरफ़्तारी की निंदा की
4 मार्च होशियारपुर- विद्यार्थी नेता और राजनीति विज्ञान के विद्यार्थी बलजीत सिंह, जसकरन और सविता ने कहा कि किसानों के साथ मीटिंग के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का तानाशाही रवैया बेहद निंदनीय है! उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह पंजाब के मुख्यमंत्री नाराज़ होकर मीटिंग बीच में ही छोड़कर चले गए, वैसा व्यवहार तो विद्यार्थी संगठन की कॉलेज कमेटी के सदस्य भी नहीं करते।
4 मार्च होशियारपुर- विद्यार्थी नेता और राजनीति विज्ञान के विद्यार्थी बलजीत सिंह, जसकरन और सविता ने कहा कि किसानों के साथ मीटिंग के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का तानाशाही रवैया बेहद निंदनीय है! उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह पंजाब के मुख्यमंत्री नाराज़ होकर मीटिंग बीच में ही छोड़कर चले गए, वैसा व्यवहार तो विद्यार्थी संगठन की कॉलेज कमेटी के सदस्य भी नहीं करते।
नेताओं ने कहा कि अगर केंद्र सरकार अपनी ज़िम्मेदारी से भागती है, तो पंजाब सरकार को अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए और किसान संगठनों के नेताओं की मांगों को गंभीरता से सुनना चाहिए, उन्हें समझना चाहिए और उनका समाधान करना चाहिए, न कि भारतीय संविधान के लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन करते हुए तानाशाही रवैये से किसानों के घरों पर छापा मारकर उन्हें गिरफ़्तार करना चाहिए!
विद्यार्थी नेताओं ने कहा कि अगर पंजाब सरकार किसानों के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण चंडीगढ़ मोर्चे को तानाशाही रवैये से कुचलने की कोशिश करेगी, तो वे मुख्यमंत्री के तानाशाही रवैये के खिलाफ़ पंजाब भर में संघर्ष शुरू करेंगे!
