
डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी ने साकेत अस्पताल और ओट क्लीनिक का किया औचक दौरा
पटियाला, 27 फरवरी- डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव और एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने आज रेड क्रॉस नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र साकेत अस्पताल और मॉडल टाउन ओट क्लीनिक का औचक दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने साकेत अस्पताल में डेयरी फार्मिंग की ट्रेनिंग ले रहे व्यक्तियों से बातचीत की और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के बारे में फीडबैक प्राप्त किया।
पटियाला, 27 फरवरी- डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव और एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने आज रेड क्रॉस नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र साकेत अस्पताल और मॉडल टाउन ओट क्लीनिक का औचक दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने साकेत अस्पताल में डेयरी फार्मिंग की ट्रेनिंग ले रहे व्यक्तियों से बातचीत की और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के बारे में फीडबैक प्राप्त किया।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पुनर्वास केंद्रों में उपचाराधीन व्यक्तियों को उनके पुनर्वास के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में डेयरी फार्मिंग के साथ-साथ मछली पालन, इलेक्ट्रीशियन, मधुमक्खी पालन, प्लंबर जैसे अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी करवाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि पटियाला जिले के नशा मुक्ति केंद्रों में उपचाराधीन मरीजों को रोजगार एवं कारोबार ब्यूरो में पंजीकृत किया जा रहा है ताकि उन्हें रोजगार व स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्रदान किए जा सकें और वे आत्मनिर्भर बनकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें।
डॉ. प्रीति यादव ने बताया कि साकेत अस्पताल में सहायता हेल्पलाइन नंबर 0175-2213385 चालू है, जो नशा छोड़ चुके लोगों सहित अपने मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के इच्छुक लोगों के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म है, क्योंकि ऐसे व्यक्तियों की पहचान गोपनीय रखी जाती है और उन्हें बेहतर सलाह देकर उनका इलाज किया जाता है।
साकेत अस्पताल की प्रोजेक्ट डायरेक्टर परमिंदर कौर मनचंदा ने बताया कि साकेत अस्पताल में दाखिल मरीजों का मुफ्त इलाज किया जाता है और मरीजों के लिए पेंटिंग रूम, जिम, पूजा रूम जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल द्वारा नशा छोड़ चुके लोगों को लगातार टेली-काउंसलिंग (फोन के माध्यम से) की सुविधा दी जाती है ताकि वे दोबारा गलत रास्ते पर न पड़ें।
इसके बाद डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव और एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने मॉडल टाउन ओट क्लीनिक का दौरा किया और स्टाफ से दवा लेने वाले मरीजों के बारे में जानकारी हासिल की।
