संयुक्त अध्यापक मोर्चा द्वारा शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका गया।

होशियारपुर 27 फरवरी- अध्यापकों की मांगों को स्वीकार करने के बावजूद उन्हें लटकाए रखने के विरोध में सांझा अडिय़ार मोर्चा द्वारा घोषित कार्रवाई के तहत नरिंदर अजनोहा, ओंकार सिंह, परमजीत कातिब और हरभजन सिंह के नेतृत्व में कोट फतूही में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस का पुतला फूंका गया।

होशियारपुर 27 फरवरी- अध्यापकों की मांगों को स्वीकार करने के बावजूद उन्हें लटकाए रखने के विरोध में सांझा अडिय़ार मोर्चा द्वारा घोषित कार्रवाई के तहत नरिंदर अजनोहा, ओंकार सिंह, परमजीत कातिब और हरभजन सिंह के नेतृत्व में कोट फतूही में शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस का पुतला फूंका गया। 
अपने संबोधन के दौरान नेताओं ने कहा कि मंत्री द्वारा बार-बार मीटिंग करके मिडिल स्कूल बंद करने, पदोन्नत अध्यापकों के लिए स्टेशन चुनाव फिर से खोलने, सीएंडवी अध्यापकों का पे-फिक्सेशन, पुरानी पेंशन बहाली, रमसा अध्यापकों की पहली सेवा, कंप्यूटर अध्यापकों को शिक्षा विभाग में मर्ज करने, आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए तर्कसंगत नीति बनाने, 37 कट भत्तों की बहाली, नई शिक्षा नीति को रद्द करने, 2018 के सेवा नियमों को रद्द करने, डीए की किश्तों, डीए एरियर और पे-कमीशन सहित अन्य मांगों को लेकर मांग की गई थी। 
बकाया राशि का एकमुश्त भुगतान, केंद्रीय वेतन आयोग को रद्द करना, पेंशनरों के लिए 2.59 गुणांक लागू करना, पिछली भर्तियों के वेटिंग लिस्ट उम्मीदवारों को नियुक्ति आदेश जारी करना, ईटीटी व मास्टर कैडर के लिए चयनित उम्मीदवारों को प्राथमिकता के आधार पर आदेश जारी करना आदि मांगों के ठोस समाधान का आश्वासन दिए जाने के बावजूद अनदेखी की जा रही है। 
नतीजतन कर्मचारियों व पेंशनरों में भारी रोष है। नेताओं ने पंजाब सरकार से मांग की कि उनकी मांगों का समाधान किया जाए, अन्यथा सरकार के खिलाफ संघर्ष तेज किया जाएगा। कर्मचारियों व पेंशनरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
 इस अवसर पर सगली राम, हरमनोज कुमार, महिंदर पाल, अजय कुमार, कर्मवीर सिंह, सोहन सिंह, परमिंदर कुमार, गुरप्रीत सिंह, हरमिंदर सिंह, मनजिंदर सिंह, सुलखन सिंह, गुरनाम चंद, प्रदीप सिंह, राम प्रकाश सूद, महिंदर सिंह, अवतार सिंह, लेहंबर सिंह, महिंदर सिंह, जोगिंदर सिंह, शिंगारा सिंह, लवदीप कौर, रमनदीप सिद्धू मौजूद थे।