हेल्प डेस्क के माध्यम से लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना एक महान प्रयास है - डॉ. पवन कुमार सगोत्रा

21 फरवरी होशियारपुर- स्वास्थ्य विभाग पंजाब एवं सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार सगोत्रा के दिशा-निर्देशों के अनुसार तथा सीनियर मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज सिविल अस्पताल होशियारपुर डॉ. स्वाति शिंहमार के कुशल मार्गदर्शन में मनोचिकित्सक डॉ. राज कुमार की उपस्थिति में नशा मुक्त मिशन पंजाब स्माइल 2.0 के तहत लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने तथा नशे से छुटकारा पाने के लिए जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से सिविल अस्पताल होशियारपुर में हेल्प डेस्क के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।

21 फरवरी होशियारपुर- स्वास्थ्य विभाग पंजाब एवं सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार सगोत्रा के दिशा-निर्देशों के अनुसार तथा सीनियर मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज सिविल अस्पताल होशियारपुर डॉ. स्वाति शिंहमार के कुशल मार्गदर्शन में मनोचिकित्सक डॉ. राज कुमार की उपस्थिति में नशा मुक्त मिशन पंजाब स्माइल 2.0 के तहत लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने तथा नशे से छुटकारा पाने के लिए जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से सिविल अस्पताल होशियारपुर में हेल्प डेस्क के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।
हेल्प डेस्क का उद्घाटन करते हुए डॉ. पवन कुमार ने कहा कि हेल्प डेस्क के माध्यम से लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना एक महान प्रयास है। उन्होंने उपस्थित लोगों को आमंत्रित करते हुए कहा कि वे नशे की बुराई के खिलाफ एकजुट हों तथा इसे जड़ से खत्म करने के लिए काम करें। 
उन्होंने कहा कि जिले में नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र सफलतापूर्वक चल रहा है, जहां नशे के आदी लोगों का उपचार कर उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जाता है। उन्होंने कहा कि जिले में विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर ये हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे, जहां विशेषज्ञ लोगों को जागरूक करेंगे और आवश्यक जानकारी प्रदान करेंगे। 
डॉ. स्वाति ने कहा कि यह अभियान 28 फरवरी तक जारी रहेगा, जिसके दौरान लोगों को जागरूक किया जाएगा और नशे के जाल में फंस चुके लोगों को नशा मुक्ति एवं उपचार के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस संबंध में आज जिला नशा मुक्ति पुनर्वास सोसायटी द्वारा स्थापित इस हेल्प डेस्क के माध्यम से 88 से अधिक लोगों को नशे से स्वास्थ्य एवं समाज को होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी गई। 
डॉ. राज कुमार ने कहा कि वर्ष 2015 में शुरू किए गए जिला नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र में नशे से छुटकारा पाने के साथ-साथ व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण देने की उचित व्यवस्था की जा रही है, ताकि प्रभावित लोग नशा छोड़ कर अपना खुद का व्यवसाय चला सकें। 
माननीय डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर के प्रयासों से इस केंद्र में सर्टिफिकेट वोकेशनल कोर्स करवाकर युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने की पहल शुरू की जाएगी।