समस्याओं का समाधान नशे में नहीं ढूंढना चाहिए: सरदार चमन सिंह।

नवांशहर 14 फरवरी- रेड क्रॉस एकीकृत नशा पीड़ितों के पुनर्वास केंद्र नवांशहर द्वारा गांव सनावा में "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत नशा मुक्ति जागरूकता शिविर लगाया गया। इस शिविर की अध्यक्षता श्री कृष्ण लाल और श्री गुरपाल सिंह (पंच) ने संयुक्त रूप से की।

नवांशहर 14 फरवरी- रेड क्रॉस एकीकृत नशा पीड़ितों के पुनर्वास केंद्र नवांशहर द्वारा गांव सनावा में "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत नशा मुक्ति जागरूकता शिविर लगाया गया। इस शिविर की अध्यक्षता श्री कृष्ण लाल और श्री गुरपाल सिंह (पंच) ने संयुक्त रूप से की।
सरदार चमन सिंह (प्रोजेक्ट डायरेक्टर) ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सबसे पहले रेड क्रॉस की स्थापना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नशा आज पूरे विश्व में एक बड़ी समस्या है। जहां पूरे विश्व में युवा नशे की ओर जा रहे हैं, वहीं आजकल लड़कियां भी नशे के दलदल में जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आजकल कम उम्र के युवा जाने-अनजाने या शौक से नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं। 
आज स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी नशे की लत में फंस रहे हैं। ज्यादा से ज्यादा पंजाबी युवा हेरोइन का इंजेक्शन लगाकर नशे की लत में फंस रहे हैं। जिससे पंजाबी युवाओं का भविष्य खतरे में है। हमें अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है जो स्कूलों में पढ़ रहे हैं। हमें बड़े युवाओं को भी नशे के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। ताकि युवा नशे से दूर रह सकें। 
उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों को इतिहास से जोड़ना चाहिए ताकि बच्चे नशे जैसी सामाजिक बुराई से दूर रह सकें। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग जीवन में आने वाली समस्याओं के कारण भी नशे का सहारा लेने लगते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। इस आदत के कारण लोग नशे के आदी हो रहे हैं, बाद में उनके लिए नशा छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है। 
इसलिए नशा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। श्रीमती कमलजीत कौर (पार्षद) ने रेड क्रॉस इंटीग्रेटेड रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर ड्रग एब्यूजर्स, नवांशहर में मरीजों के इलाज के बारे में भी विस्तृत जानकारी साझा की, उन्होंने कहा कि कोई भी नशा करने वाला व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार एक महीने तक वहां रहकर मुफ्त इलाज करवा सकता है। चूंकि घर पर रहकर नशे की लत नहीं छोड़ी जा सकती, इसलिए नशे की लत छोड़ने के लिए मनोचिकित्सकों और ड्रग डिटॉक्सिफिकेशन सेंटरों तक पहुंचना जरूरी है। 
इस अवसर पर जसविंदर कौर (सरपंच), कुलविंदर कौर (पंच) बिंद्रा रानी, कृष्ण लाल, जसविंदर कौर (सरपंच) सरबजीत कौर (आंगनवाड़ी कार्यकर्ता) बलवीर कुमार, सुरिंदर पाल और अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।