गुरु नानक मिशन सेवा सोसायटी ने माता गुजर कौर व चार साहिबजादों की शहादत को समर्पित गढ़शंकर रोड पर तीसरा दूध लंगर लगाया

नवांशहर- धन धन साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज जी के चार साहिबजादों और माता गुजर कौर जी के लसानी शहादत को समर्पित गुरु नानक मिशन सेवा सोसायटी ने हर साल की तरह इस साल भी दूध के लंगर का आयोजन किया है। यह जानकारी साझा करते हुए सोसायटी के मुख्य सेवक सुरजीत सिंह ने बताया कि शहीदी पखवाड़े के दौरान आज गढ़शंकर रोड नवांशहर में बहारा इंजीनियर्स के सहयोग से अपनी दिवंगत मां सुरजीत कौर की याद में पूरे बहारा परिवार ने तीसरे दूध के लंगर की सेवा में योगदान दिया।

नवांशहर- धन धन साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज जी के चार साहिबजादों और माता गुजर कौर जी के लसानी शहादत को समर्पित गुरु नानक मिशन सेवा सोसायटी ने हर साल की तरह इस साल भी दूध के लंगर का आयोजन किया है। यह जानकारी साझा करते हुए सोसायटी के मुख्य सेवक सुरजीत सिंह ने बताया कि शहीदी पखवाड़े के दौरान आज गढ़शंकर रोड नवांशहर में बहारा इंजीनियर्स के सहयोग से अपनी दिवंगत मां सुरजीत कौर की याद में पूरे बहारा परिवार ने तीसरे दूध के लंगर की सेवा में योगदान दिया।
इससे पहले समाज द्वारा 22 दिसंबर को माछीवाड़ा साहिब में गुरुद्वारा गनीखान नबीखान में और 23 दिसंबर को गुरुद्वारा चरणकंवल साहिब में गुरमति कार्यक्रम के दौरान दोनों दिन बड़े पैमाने पर दूध के लंगर लगाए गए। उन्होंने कहा कि शहीदों को समर्पित इस श्रृंखला के दौरान 28 दिसंबर को नामधारी बीज भंडार के सहयोग से चौथा दूध का लंगर फत्ती बस्ता चौक पर लगाया जा रहा है।
इसी प्रकार 29 दिसंबर को मुसपाल पब्लिक पार्क में पार्क प्रबंधन समिति द्वारा सोसायटी के सहयोग से पांचवें दूध के लंगर की व्यवस्था की जा रही है। इन लंगरों के दौरान जहां गुरु गोबिंद सिंह जी को देश की खातिर अपने परिवार की महान शहादत के लिए याद किया जाता है, वहीं श्रद्धालु सेवा के इस महान कुंभ में योगदान देकर अपना जीवन सफल बनाते हैं।
आज के लंगर में पूरे दिल से सेवा करने वालों में इंद्रजीत सिंह बहारा, जसविंदर सिंह सैनी, दीदार सिंह गहूं, उत्तम सिंह सेठी, बलवंत सिंह सोइता, जगदीप सिंह, ज्ञान सिंह, परमजीत सिंह मुसापुर, कुलजीत सिंह खालसा, भाई मंजीत सिंह, जगजीत सिंह शामिल रहे सैनी, परमिंदर सिंह कंवल, बलवीर सिंह देवगन, करमजीत सिंह सोढ़ी, पलविंदर सिंह करियाम, महेंद्र पाल, बख्शीश सिंह, साहिब सिंह, इंद्रजीत शर्मा, सुरिंदर सिंह, गुरबख्श सिंह, लछमन सिंह, राजविंदर सिंह बहारा, बलविंदर सिंह उस्मानपुर, दिलबाग सिंह उस्मानपुर और जरनैल सिंह उस्मानपुर भी मौजूद थे।