
नोरा रिचर्ड्स थियेटर फेस्टिवल में नाटक ‘इन्ना दी आवाज’ का सफल मंचन
पटियाला, 7 दिसंबर: पंजाबी यूनिवर्सिटी के यूथ वेलफेयर विभाग और पंजाब संगीत अकादमी चंडीगढ़ द्वारा सार्थक रंगमंच और सोशल वेलफेयर सोसायटी पटियाला के सहयोग से आयोजित 10वें नोरा रिचर्ड्स थियेटर फेस्टिवल के पांचवें दिन सुचेतक रंगमंच मोहाली ने नाटक ‘इन्ना दी आवाज’ पेश किया।
पटियाला, 7 दिसंबर: पंजाबी यूनिवर्सिटी के यूथ वेलफेयर विभाग और पंजाब संगीत अकादमी चंडीगढ़ द्वारा सार्थक रंगमंच और सोशल वेलफेयर सोसायटी पटियाला के सहयोग से आयोजित 10वें नोरा रिचर्ड्स थियेटर फेस्टिवल के पांचवें दिन सुचेतक रंगमंच मोहाली ने नाटक ‘इन्ना दी आवाज’ पेश किया।
उर्दू के गहरे रंग वाले इस हिंदी नाटक का शब्दीश ने पंजाबी में अनुवाद किया है। असगर वजाहत का नाटक ‘इन्ना दी आवाज’ एक ऐसे कलाकार की कहानी है, जो सत्ता की शरण में चला जाता है, लोगों का प्यार खो देता है और वहीं पहुंच जाता है, जहां से उसने छोड़ा था।
नाटककार ने कहानी को सुदूर अतीत और सदियों पहले घटित एक घटना के रूप में चित्रित किया है, जब दुनिया के लोग राजशाही के जुल्मों से पीड़ित थे। नाटक की कहानी 'इन्ना' नामक पात्र के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे एक सैन्य हमले के बाद गुलाम बना लिया गया था और एक राजा के रईसों ने उसे खरीद कर अपने राज्य में कामगार बना लिया था। नाटक में अनीता शब्दीश, गैरी वड़ैच, अरमान संधू, गुरजंट सिंह, अवतार ऐरी, युवराज बाजवा, परम, गुरमुख गिन्नी, मंदीप जोशी, भारत शर्मा, अनुहर, सोनिया, बबीता ने अपनी भूमिकाएं बखूबी निभाईं। करण गुलजार ने लाइटिंग में सहयोग दिया और शब्दीश व अवनूर ने बैकग्राउंड लाइव म्यूजिक में सहयोग दिया। नाटक का सेट डिजाइन व मेकअप डॉ. लाखा लहरी ने किया।
फेस्टिवल डायरेक्टर डॉ. इंद्रजीत गोल्डी ने आए हुए मेहमानों व दर्शकों का धन्यवाद किया। सुबह के फेस-टू-फेस सेशन में पंजाबी रंगमंच व फिल्म अभिनेत्री अनीता शब्दीश व उनकी साथी लेखिका शब्दीश ने दर्शकों के साथ अपने रंगमंच व फिल्मी सफर की यादें साझा कीं और दर्शकों के सवालों के जवाब दिए। अनीता शब्दीश ने कहा कि फिल्में पैसा देती हैं, लेकिन रंगमंच संतुष्टि देता है। अंत में, पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए दोनों ने ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी द्वारा प्रकाशित स्वामी सरबजीत द्वारा लिखित पुस्तक ‘तम्हा’ का विमोचन किया।
