
सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
होशियारपुर: दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा स्थानीय आश्रम गौतम नगर होशियारपुर में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी अंजलि भारती जी ने प्रवचन के माध्यम से सैकड़ों भक्तों को सत्संग की शिक्षा दी।
होशियारपुर: दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा स्थानीय आश्रम गौतम नगर होशियारपुर में साप्ताहिक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी अंजलि भारती जी ने प्रवचन के माध्यम से सैकड़ों भक्तों को सत्संग की शिक्षा दी।
साध्वी जी ने बताया कि आदि शंकराचार्य जी कहते हैं कि भगवान मनुष्य पर सबसे पहली कृपा यही करते हैं कि उसे मनुष्य जन्म मिलता है। दूसरी कृपा यह है कि वह ज्ञान के लिए प्रयत्न करने लगता है, अर्थात उसके मन में प्रश्न उठने लगते हैं कि वह इस संसार में क्या करने आया है। तीसरी कृपा यह होती है कि उसे किसी महान संत महात्मा का सानिध्य मिलता है जो उसे आत्म-साक्षात्कार कराता है।
साध्वी जी ने कहा कि भौतिकवादी सोच के अनुसार भौतिक वस्तुओं का संग्रह ही जीवन है। इस विचारधारा पर लंबे-लंबे भाषण दिए जाते हैं और बहुत कुछ लिखा गया है, लेकिन इन भौतिक चीजों की जरूरत बढ़ती ही जाती है और अंत तक बढ़ती ही रहेगी।
अंत में उन्होंने कहा कि संसार में परमात्मा ही सत्य है, संसार मिथ्या है। जीव और ब्रह्म अलग नहीं हैं। अज्ञान के कारण ही जीव परमात्मा को नहीं जानता, जबकि परमात्मा उसके भीतर व्याप्त है। अतः हमें भी ऐसे महात्मा की खोज करनी चाहिए जो हमें ईश्वर का ज्ञान कराके ईश्वर का अनुभव कराये।
