सामुदायिक शिक्षा और विकलांगता अध्ययन विभाग ने आज ‘चिंता के कारण और मानसिक स्वास्थ्य कार्रवाई’ विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया।

चंडीगढ़ 28 नवंबर, 2024: सामुदायिक शिक्षा और विकलांगता अध्ययन विभाग ने आज ‘चिंता के कारण और मानसिक स्वास्थ्य कार्रवाई’ विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया। चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्थित सरकारी मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल के क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. नीरज कुमार ने व्याख्यान दिया।

चंडीगढ़ 28 नवंबर, 2024: सामुदायिक शिक्षा और विकलांगता अध्ययन विभाग ने आज ‘चिंता के कारण और मानसिक स्वास्थ्य कार्रवाई’ विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया। चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्थित सरकारी मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल के क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. नीरज कुमार ने व्याख्यान दिया।
डॉ. नीरज ने बताया कि एंग्जाइटी अटैक एक तरह का अत्यधिक अलार्म है, जो दिल की धड़कन तेज होना, सांस फूलना, बेहोशी, चक्कर आना, सिर चकराना और घबराहट जैसी शारीरिक समस्याएं पैदा कर सकता है। इसके अलावा, रिसोर्स पर्सन ने एंग्जाइटी स्थितियों को मैनेज करने और उनसे निपटने के लिए कुछ गतिविधियों की शुरुआत की, जैसे कि वाइज-टैपिंग, अफर्मेशन, डीप ब्रीदिंग, वॉक और सिम्पैथेटिक और पैरासिम्पैथेटिक को प्रभावित करने वाले नर्व सिस्टम के बारे में बताया। इसके अलावा, उन्होंने सभी प्रतिभागियों के साथ ‘इमोशनल फ्रीडम थेरेपी’ का व्यावहारिक अभ्यास कराया। इस थेरेपी का इस्तेमाल विशेष जरूरतों वाले बच्चों की एंग्जाइटी के स्तर को कम करने के लिए किया जा सकता है।
इससे पहले, सत्र की शुरुआत विभाग के अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद सैफुर रहमान के स्वागत भाषण से हुई और उन्होंने वक्ता डॉ. नीरज कुमार क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, सरकारी मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल सेक्टर-16, चंडीगढ़ का परिचय कराया। यह सत्र सभी प्रतिभागियों के लिए बहुत उपयोगी रहा। सभी संकाय सदस्य: प्रोफेसर (डॉ.) नवलीन कौर, प्रोफेसर (डॉ.) अनुराधा शर्मा, श्री नितिन राज और तौकीर आलम मौजूद थे। व्याख्यान का समापन श्री नितिन राज द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।