
पंजाब की लड़कियों ने प्री-सबरोटो कप में चैंपियन बनकर दिखाया दम
महिलपुर- फुटबॉल की दुनिया में महिलपुर का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। इसका कारण यह है कि यह क्षेत्र फुटबॉल की नर्सरी के रूप में जाना जाता है। इस क्षेत्र में पैदा होने वाला हर बच्चा ऐसी मां से पोषित होता है जो किसी प्रसिद्ध फुटबॉलर की दादी, मां, बहन, भाभी या माता होती है। इस वजह से इस क्षेत्र में पैदा होने वाले प्रत्येक बच्चे को फुटबॉल विरासत में ही मिल जाता है, चाहे वे बड़े होकर खेलें या न खेलें। लड़कियों की बात करें तो भारत की एकमात्र महिला फुटबॉलर मनीषा कल्याण साइप्रस क्लब में मंत्रिस्तरीय स्तर पर शानदार खेल प्रदर्शन कर रही हैं।
महिलपुर- फुटबॉल की दुनिया में महिलपुर का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। इसका कारण यह है कि यह क्षेत्र फुटबॉल की नर्सरी के रूप में जाना जाता है। इस क्षेत्र में पैदा होने वाला हर बच्चा ऐसी मां से पोषित होता है जो किसी प्रसिद्ध फुटबॉलर की दादी, मां, बहन, भाभी या माता होती है। इस वजह से इस क्षेत्र में पैदा होने वाले प्रत्येक बच्चे को फुटबॉल विरासत में ही मिल जाता है, चाहे वे बड़े होकर खेलें या न खेलें। लड़कियों की बात करें तो भारत की एकमात्र महिला फुटबॉलर मनीषा कल्याण साइप्रस क्लब में मंत्रिस्तरीय स्तर पर शानदार खेल प्रदर्शन कर रही हैं।
जुलाई 2025 में, आईसीएसई प्री-सबरोटो कप का आयोजन महाराष्ट्र के शहर जगरांव में किया गया। पूरे भारत से नौ राज्यों की टीमों ने इसमें हिस्सा लिया। यहां खेले गए मुकाबलों में पंजाब की लड़कियों ने शानदार प्रदर्शन करके अंतरराष्ट्रीय सबरोटो कप के लिए अपनी जगह पक्की कर ली। अंतरराष्ट्रीय सबरोटो कप में विदेशी टीमें भी हिस्सा लेती हैं। इस जीत ने पंजाब के खेल जगत का मान बढ़ाया, और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैन्स ने संत बाबा हरी सिंह मॉडल स्कूल, महिलपुर, जिला होशियारपुर की इन खिलाड़ियों को विशेष रूप से बधाई दी।
पहले सेमीफाइनल मुकाबले में पंजाब ने मेजबान टीम को 3-0 के स्कोर से हराया। इसी तरह, कर्नाटक ने बिहार को 4-0 के स्कोर से हराने में सफलता हासिल की। पंजाब की लड़कियों ने अपनी तकनीकी खेल शैली का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों का मन मोह लिया। फाइनल मुकाबले में पंजाब की जोया ने दो गोल करके न केवल अपनी टीम को चैंपियन बनाया बल्कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब भी जीता। कर्नाटक की टीम को गोल करने के मौके तो मिले, लेकिन वे गोल करने में सफल नहीं हो सकीं। पंजाबी खिलाड़ियों की रणनीतिक खेल शैली के आगे उनकी एक न चली। पंजाब की सोनिया को सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर का खिताब भी मिला।
यह भी उल्लेखनीय है कि आईसीएसई के संत बाबा हरी सिंह मॉडल स्कूल, महिलपुर की खिलाड़ी—अमनदीप, मरियम, जैस्मीन, हरलीन, फिजा, मनप्रीत कौर और जिया—शहीद भगत सिंह फुटबॉल अकादमी, पोसी में कोच संदीप सिंह और कुलविंदर कौर से कोचिंग ले रही हैं। यह अकादमी हरमीन कौर जैसी अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी पैदा कर रही है। टीम के कोच संदीप सिंह और संदीप कुमार का कहना है कि यह टीम अंतरराष्ट्रीय सबरोटो कप में भी शानदार नतीजे देगी। प्रिंसिपल शिब्बू मैथियो ने इन छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए उनकी सारी पढ़ाई और कोचिंग मुफ्त करवाने का आश्वासन दिया। पंजाब की इन चैंपियन खिलाड़ियों का पूरे क्षेत्र के खेल क्लबों और शैक्षणिक संस्थानों ने सम्मान किया।
