
मानवाधिकार एवं कर्तव्य केंद्र, पीयू ने राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया
चंडीगढ़ 08 नवंबर, 2024: पंजाब विश्वविद्यालय मानवाधिकार एवं कर्तव्य केंद्र ने 8 नवंबर 2024 को एचआईवी/एड्स और मानवाधिकार: मिथकों और रूढ़ियों को तोड़ना विषय पर एक संवादात्मक सह जागरूकता सत्र आयोजित करके राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया।
चंडीगढ़ 08 नवंबर, 2024: पंजाब विश्वविद्यालय मानवाधिकार एवं कर्तव्य केंद्र ने 8 नवंबर 2024 को एचआईवी/एड्स और मानवाधिकार: मिथकों और रूढ़ियों को तोड़ना विषय पर एक संवादात्मक सह जागरूकता सत्र आयोजित करके राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया।
चंडीगढ़ में रेड रिबन समन्वयक श्री सुनील कुमार पंघाल, राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के साथ चंडीगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी और यूटी चंडीगढ़ के स्वास्थ्य विभाग की उप निदेशक श्रीमती टीनू चोपड़ा ने छात्रों को एक विस्तृत जानकारीपूर्ण प्रस्तुति दी, जिसमें बीमारी से पीड़ित पीड़ितों के बारे में कलंक और वर्जनाओं को दूर करने वाले मिथकों और हठधर्मिता को दूर किया गया, जिससे आगे चलकर सामाजिक बहिष्कार और गहरा हुआ।
उन्होंने एचआईवी और एड्स के बीच अंतर को समझाया और उन मान्यताओं को तोड़ा, जहां दोनों वैचारिक शब्द भ्रमित थे और आम आदमी द्वारा समझे नहीं गए थे, जिसके कारण अनुचित व्यामोह पैदा हुआ। इस संदर्भ में एड्स एक व्यवहारिक समस्या बन गई है जिसका एक ही समाधान है कि वायरस के फैलने के तरीकों और बीमारी के प्रकट होने के कारणों के बारे में बात की जाए।
भारत में, पहला मामला 1986 में तमिलनाडु के वेल्लोर में पाया गया था और एचआईवी के सबसे अधिक आंकड़े पूर्वोत्तर में थे, जिसके परिणामस्वरूप सबसे प्रभावी जागरूकता अभियान शुरू किया गया था, जिसका नाम एचआईवी के प्रसार से निपटने के लिए सुई विनिमय कार्यक्रम था। इसके अलावा, 1097 हेल्पलाइन नंबर की पुष्टि की गई जो जनता के लिए 24/7 उपलब्ध है। अनुसंधान, विद्वानों और संसाधन व्यक्ति के बीच जीवंत चर्चा हुई।
कार्यक्रम की शुरुआत में केंद्र के कानूनी सहायता क्लिनिक की समन्वयक डॉ. उपनीत कौर मंगत ने युवाओं को अधिक 'जिम्मेदार जीवन' के प्रति संवेदनशील बनाने के सत्र के प्रासंगिक विषय को पेश किया। पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के मानवाधिकार एवं कर्तव्य केंद्र की अध्यक्ष प्रो. नमिता गुप्ता ने अकादमिक सत्र की अंतर्दृष्टि का सटीक समापन किया और भविष्य में भी छात्रों के साथ इस तरह की संवेदनशीलता कार्यशालाओं के आयोजन की पुष्टि की
