जब दूसरे परीक्षा केंद्र पर पहुँची हिसार की अन्नू के लिए डीसी का आदेश वरदान साबित हुआ

चंडीगढ़- परीक्षार्थियों की मदद के लिए अधिकारियों को दिए गए निर्देश आज पहली पाली में परीक्षा देने आई हिसार जिले के थुराना गाँव निवासी अन्नू के लिए वरदान साबित हुए। ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने गलती से रास्ता भटक गई अन्नू को उसके सही केंद्र तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी ली। इस पर छात्रा ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

चंडीगढ़- परीक्षार्थियों की मदद के लिए अधिकारियों को दिए गए निर्देश आज पहली पाली में परीक्षा देने आई हिसार जिले के थुराना गाँव निवासी अन्नू के लिए वरदान साबित हुए। ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने गलती से रास्ता भटक गई अन्नू को उसके सही केंद्र तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी ली। इस पर छात्रा ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार, सभी ड्यूटी मजिस्ट्रेटों के साथ-साथ अन्य विभागों के सभी अधिकारियों को परीक्षार्थियों को उनके परीक्षा केंद्र तक पहुँचने में मदद करने के निर्देश दिए गए हैं।
हिसार जिले के थुराना गाँव निवासी सुशील शर्मा की बेटी अन्नू के लिए छात्रों की मदद के लिए मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देश वरदान साबित हुए। अन्नू की सुबह की पाली सेक्टर 13 स्थित चौधरी कॉलेज में थी। केंद्र बंसीलाल कॉलेज में था, लेकिन गलती से वह प्रेम नगर गाँव में पड़ गया। बंसीलाल विश्वविद्यालय के सामने पहुँच गई। ऐसे में अन्नू घबरा गई। वहाँ रिजर्व में तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने अन्नू को रोते हुए देखा और उससे बात की। तभी पास ही खड़े अन्नू के चाचा ने बताया कि वे गलती से प्रेम नगर पहुँच गए थे। इस पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने अन्नू और उसके चाचा को गाड़ी में बिठाकर तुरंत प्रभाव से चौ स्थित उनके निर्धारित परीक्षा केंद्र पर भेज दिया। बंसीलाल कॉलेज लाया गया।

शटल बस सेवा से परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पहुँचे
परीक्षार्थियों को पूरी जाँच के बाद ही प्रवेश दिया गया, परीक्षा निर्धारित समय पर शुरू हुई।परीक्षार्थी अपने अभिभावकों के साथ खुशी के भाव लिए बसों में सवार हुए। वहीं, शहर के सभी सात रूटों पर शटल बस सेवा चलाई गई, जिसके माध्यम से परीक्षार्थी अपने निर्धारित परीक्षा केंद्रों तक पहुँचे।
इसके अलावा, ग्राम सचिवों ने ग्रामीण क्षेत्रों से आए कई परीक्षार्थियों को उनके परीक्षा केंद्रों तक पहुँचने में मदद की। भिवानी में बनाए गए 56 विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर दिव्यांग परीक्षार्थी भी परीक्षा दे रहे हैं। दिव्यांगों को उनके निर्धारित परीक्षा केंद्र तक पहुँचने में सहायता के लिए पंचायत विभाग को विशेष निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए ग्राम सचिवों की ड्यूटी लगाई गई थी।