श्री सुखमनी साहिब और मुलमंतर के 41 दिनों के जाप के पूरा होने के अवसर पर निर्मल कुटिया ने टूटोमजारा में एक धार्मिक समारोह आयोजित किया।

माहिलपुर, 4 नवंबर: ब्रह्मलीन शिरोमणि विरक्त श्रीमान 111 संत बाबा दलेल सिंह महाराज जी की पवित्र और हार्दिक स्मृति में 25वीं पुण्य तिथि; और उनके चरण सेवक ब्रह्मलीन संत बाबा सतनाम जी का वार्षिक स्मृति; और ब्रह्मलीन श्रीमान 108 संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी की 15वीं वर्षगांठ के संबंध में उनकी पवित्र हार्दिक स्मृति में; 21 नवंबर को गुरुवार को गांव टूटोमजारा में होने वाले गुरमति कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए गांव टूटोमजारा के निर्मल कुटिया में श्री सुखमनी साहिब और मूलमंतर का जाप शुरू किया गया।

माहिलपुर, 4 नवंबर: ब्रह्मलीन शिरोमणि विरक्त श्रीमान 111 संत बाबा दलेल सिंह महाराज जी की पवित्र और हार्दिक स्मृति में 25वीं पुण्य तिथि; और उनके चरण सेवक ब्रह्मलीन संत बाबा सतनाम जी का वार्षिक स्मृति; और ब्रह्मलीन श्रीमान 108 संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी की 15वीं वर्षगांठ के संबंध में उनकी पवित्र हार्दिक स्मृति में; 21 नवंबर को गुरुवार को गांव टूटोमजारा में होने वाले गुरमति कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए गांव टूटोमजारा के निर्मल कुटिया में श्री सुखमनी साहिब और मूलमंतर का जाप शुरू किया गया।
41 दिनों के इन मंत्रों की पूर्णाहुति निर्मल कुटिया टूटोमजारा में इस तीर्थ के मुख्य सेवक संत बाबा मक्खन सिंह और उनके सहयोगी संत बाबा बलबीर सिंह शास्त्रीजी की देखरेख में पूरी हुई। इस अवसर पर सबसे पहले श्री सुखमनी साहिब जी के पाठ के भोग पाये गये। इसके बाद संत बाबा बलबीर सिंह शास्त्री जी ने इस कार्यक्रम के समापन के लिए प्रार्थना की और महापुरुषों के आगामी कार्यक्रम की सफलता के लिए भगवान के चरणों में प्रार्थना की।
इस अवसर पर इन कार्यक्रमों में भाग लेने वाले गांव टूटोमजारा, मुग्गोवाल, ढाडा, खरौदी, नंगल खुर्द और अन्य गांवों की महिलाओं, माताओं और लड़कियों को गुरु साहिब का आशीर्वाद देकर सम्मानित किया गया। गुरु का लंगर निरंतर चलता रहा। इस अवसर पर संत हरमेल सिंह होशियारपुर सहित संत महापुरुष तथा गांव टूटोमजारे तथा आसपास के गांवों की संगत उपस्थित थी।