
मजदूरों की समस्याओं को लेकर 25 मार्च को डिप्टी कमिश्नर से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
नवांशहर- आज पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब की जिला कमेटी की बैठक राज्य नेता कमलजीत सनावा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें मजदूरों की बुनियादी मांगों पर विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर कमलजीत सनावा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मजदूरों की बुनियादी मांगें जो पिछले काफी समय से लंबित हैं, उनका समाधान करने के लिए 25 मार्च को ग्रामीण मजदूर यूनियन का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा।
नवांशहर- आज पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब की जिला कमेटी की बैठक राज्य नेता कमलजीत सनावा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें मजदूरों की बुनियादी मांगों पर विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर कमलजीत सनावा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मजदूरों की बुनियादी मांगें जो पिछले काफी समय से लंबित हैं, उनका समाधान करने के लिए 25 मार्च को ग्रामीण मजदूर यूनियन का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा।
उन्होंने कहा कि 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहीदी दिवस पर खटकड़ कलां में होने वाली कांफ्रेंस में पेंडू मजदूर यूनियन पूरी तरह से भाग लेगी। इस अवसर पर राज्य नेता हरी राम रसूलपुरी और किरणजीत कौर धर्मकोट ने कहा कि गांवों में मजदूर वर्ग काफी कर्ज में फंसा हुआ है, सरकार को उनका कर्ज माफ करना चाहिए और मजदूरों के लिए वैकल्पिक कर्ज की व्यवस्था करनी चाहिए।
ऋण अदायगी के लिए लंबी मोहलत दी जाए और उसके साथ-साथ मजदूरों के लिए रोजगार की व्यवस्था की जाए ताकि मजदूर ऋण अदा कर सकें और बेहतर तरीके से अपना जीवन यापन कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि कर्ज का एक बड़ा कारण बेरोजगारी है, जिस पर हमारी सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है।
इस अवसर पर भट्ठा मजदूर यूनियन के नेता गुरदयाल सिंह रक्कड़ ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है और सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। सरकार ने गांवों में जो मनरेगा का काम चलाया है, यह योजना केवल सतही तरीके से काम कर रही है। क्योंकि इसमें बहुत सारे घोटाले हो रहे हैं।
इस योजना के तहत मजदूरों को 90 दिन का रोजगार दिया जाता है, लेकिन अफसरशाही के घोटालों के कारण कई गांवों में 90 दिन का काम भी नहीं दिया जाता है और साथ ही उन्होंने मांग की कि 90 दिन की बजाय मजदूरों को पूरा साल रोजगार दिया जाए ताकि मजदूर अपना जीवन सुधार सकें। उन्होंने कहा कि गांवों में मजदूरों के घरों की हालत दयनीय है, जिसके कारण उन्हें जान-माल का नुकसान हो सकता है।
इसलिए इन मजदूरों के मकानों को देखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सहायता राशि जारी की जाए तथा इस योजना का लाभ मजदूरों को दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार व जिला प्रशासन ने इन मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले दिनों में बड़ा संघर्ष किया जाएगा। इस मौके पर बगीचा सिंह सहूंगरा, सतनाम सिंह लाडी, सुरिंदर मीरपुरी, परशोतम व जसविंदर सिंह भी बलाचौर क्षेत्र से मौजूद थे।
