
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 10 मार्च को आप विधायक सुखविंदर सुखी के घर के सामने धरना
नवांशहर - संयुक्त किसान मोर्चा के शहीद भगत सिंह नगर जिले के पदाधिकारियों की एक बैठक नवांशहर की अनाज मंडी में हुई। बैठक की अध्यक्षता सुरिंदर सिंह बैंस ने की। इस अवसर पर वक्ताओं ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को व्यक्तिगत रूप से बैठक के लिए आमंत्रित किया और फिर उठ कर चले गए। मुख्यमंत्री ने किसानों की मांगों पर ध्यान न देकर गैरजिम्मेदारी दिखाई है। इससे पंजाब के साढ़े तीन करोड़ लोगों के साथ धोखा हुआ है।
नवांशहर - संयुक्त किसान मोर्चा के शहीद भगत सिंह नगर जिले के पदाधिकारियों की एक बैठक नवांशहर की अनाज मंडी में हुई। बैठक की अध्यक्षता सुरिंदर सिंह बैंस ने की। इस अवसर पर वक्ताओं ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को व्यक्तिगत रूप से बैठक के लिए आमंत्रित किया और फिर उठ कर चले गए। मुख्यमंत्री ने किसानों की मांगों पर ध्यान न देकर गैरजिम्मेदारी दिखाई है। इससे पंजाब के साढ़े तीन करोड़ लोगों के साथ धोखा हुआ है।
नवांशहर जिले से बड़ी संख्या में किसान 10 मार्च को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नवांशहर में डॉ. सुखविंदर सुखी के घर के सामने धरना देंगे। इस अवसर पर किरती किसान यूनियन के नेता भूपिंदर सिंह वड़ैच, तरसेम सिंह बैंस, अखिल भारतीय किसान सभा के चरणजीत सिंह दौलतपुर, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के कुलविंदर सिंह, दोआबा किसान यूनियन के कुलदीप सिंह और भारतीय किसान यूनियन के सुखविंदर सिंह ने जिले के सभी किसान महिलाओं, बहनों और भाइयों से बड़ी संख्या में पहुंचने की अपील की।
इनके अलावा सुरिंदर सिंह मेहरमपुर, बलबीर सिंह स्कोहपुर, जीवन बेगोवाल, गुरदेव सिंह चौहार, करनैल सिंह उदयपर, बिकर सिंह आदि उपस्थित थे। उन्होंने पंजाब की आप सरकार की कड़ी निंदा की। किसान मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष सुरिंदर सिंह बैंस, राज्य कमेटी सदस्य भूपिंदर सिंह वड़ैच और जिला सचिव तरसेम सिंह बैंस ने बताया कि बैठक में नई कृषि मंडी का मसौदा खारिज करवाने, आलू, गोभी, मटर, मूंग, बासमती, मक्का व अन्य फसलों पर एमएसपी की मांग, सहकारी बैंक कर्जों का वन टाइम सेटलमेंट के माध्यम से समाधान करवाने, सहकारी संस्थाओं में सरकारी हस्तक्षेप रोकने और मोदी सरकार-2 द्वारा मानी गई मांगों को लागू करवाने पर गहन चर्चा हुई।
नेताओं ने कहा कि पांच मार्च को चंडीगढ़ में स्थायी धरना दिया जाएगा। इसकी तैयारी के लिए गांवों में किसानों व काश्तकारों की बैठकें व रैलियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने आगे बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले के अनुसार, किरती किसान यूनियन के नेतृत्व में नवांशहर से लगभग 100 ट्रैक्टर ट्रॉलियों का काफिला 5 मार्च को चंडीगढ़ पक्के धरने में शामिल होगा।
इस अवसर पर किरती किसान यूनियन महिला विंग की जिला अध्यक्ष सुरजीत कौर उटाल, परमजीत सिंह शहाबपुर, जीवन बेगोवाल, करनैल सिंह उदारापर, मेजर सिंह, राम जी दास सनावा, अवतार सिंह उदारापर, गुरदेव सिंह चौहरा, अवतार कट, जगतार सिंह जाडला, बहादुर सिंह धर्मकोट, मोहन सिंह लंगरोआ, निर्मल सिंह मल्लपुर आदरकां, अमनदीप सिंह, संदीप सिंह, मक्खन सिंह भानमजारा व अन्य उपस्थित थे।
