जसविंदर पाल हैप्पी की पहली बच्चों की किताब 'किथे आलणा पाइये', सार्वजनिक पेशकश और गोष्ठी।

होशियारपुर - भाषा विभाग के जिला कार्यालय में लेखक जसविंदर पाल हैप्पी की पहली बच्चों की किताब 'किथे आलणा पाइये', सार्वजनिक पेशकश और गोष्ठी का आयोजन किया गया।

होशियारपुर - भाषा विभाग के जिला कार्यालय में लेखक जसविंदर पाल हैप्पी की पहली बच्चों की किताब 'किथे आलणा पाइये', सार्वजनिक पेशकश और गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता उप जिला शिक्षा अधिकारी; प्रारंभिक शिक्षा होशियारपुर; शिरोमणि साहित्यकार बलजिंदर मान; पंजाबी साहित्य सभा होशियारपुर के अध्यक्ष जसबीर सिंह धीमान; डॉ. जसवन्त राय एवं कवि जसविन्दर हैप्पी ने की। जिला प्रशासनिक परिसर में आयोजित गोष्ठी के दौरान बलजिंदर मान ने सभी का स्वागत किया और ''किथे आलणा पाइये'' के बारे में एक विहंगम दृश्य प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि कविता संग्रह में पंजाबी बाल साहित्य की वर्तमान स्थिति, संभावनाओं और चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई है। पुस्तक को जनता के सामने प्रस्तुत करने के बाद डॉ. शमशेर मोही ने पुस्तक के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि बाल साहित्य लिखना वयस्क साहित्य की तुलना में एक कठिन और अनूठा कार्य है और लेखक का यह प्रयास सराहनीय है। सुखविंदर सिंह, जसबीर धीमान, प्रिंसिपल अमनदीप शर्मा, सुरजीत राजा, शिंदर पाल ने बाल मनोविज्ञान को समझकर ''किथे आलणा पाइये'' की बाल कविताएं रचने के लिए जसविंदर हैप्पी को बधाई दी और इस यात्रा को जारी रखने का आग्रह किया। कवि जसविंदर ने पुस्तक की रचना प्रक्रिया पर अपने विचार साझा किये।
 डॉ. जसवन्त राय ने कार्यक्रम का समापन करते हुए तथा पुस्तक के बारे में आयी टिप्पणियों का उत्तर देते हुए भाषा विभाग के प्रांगण में इस कार्यक्रम का आयोजन करने आये साहित्यिक मित्रों को धन्यवाद दिया तथा कहा कि ऐसे आयोजनों के लिए भाषा विभाग का दर सदैव खुला है। पंजाबी भाषा और साहित्य को बढ़ावा देने के लिए है इस अवसर पर आये हुए अतिथियों एवं साहित्यकारों को भाषा विभाग की ओर से पुस्तकों के सेट देकर सम्मानित किया गया। भाषा विभाग की ओर से जसविंदर हैप्पी को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन राजिंदर हरगढ़िया ने बखूबी निभाया।
इस समय मैडम शकुंतला, बिमला, सुनीता, लवप्रीत, अशोक कुमार, नरेंद्र पाल सिंह, डॉ. दर्शन सिंह दर्शन, लाल सिंह, पुष्पा रानी व साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।