
खोखा मार्केट में दुकानों की दूसरी मंजिल का निर्माण अनाधिकृत रूप से किया जा रहा है
एसएएस नगर, 22 जनवरी - स्थानीय फेस 1 के गुरु नानक मार्केट के दुकानदारों ने अपनी दुकानों के ऊपर अवैध निर्माण करके कमरे बना लिए हैं। वहीं अंदर से सीढ़ियां हटाकर दुकानों की दो मंजिलें बनाई गई हैं लेकिन प्रशासन के अधिकारी इस मामले में पूरी तरह से लापरवाह हैं.
एसएएस नगर, 22 जनवरी - स्थानीय फेस 1 के गुरु नानक मार्केट के दुकानदारों ने अपनी दुकानों के ऊपर अवैध निर्माण करके कमरे बना लिए हैं। वहीं अंदर से सीढ़ियां हटाकर दुकानों की दो मंजिलें बनाई गई हैं लेकिन प्रशासन के अधिकारी इस मामले में पूरी तरह से लापरवाह हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बाजार में करीब डेढ़ दर्जन दुकानदारों ने अपनी दुकानों के ऊपर अनौपचारिक रूप से कमरे तैयार कर रखे हैं। इस संबंध में इस मार्केट के आसपास बने मकानों के निवासियों का कहना है कि दुकानदार कानून का उल्लंघन कर अपनी दुकानों के ऊपर कमरे बना रहे हैं. जिसके कारण यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस जगह पर यह मार्केट बनने से पहले ही यहां के निवासियों को काफी परेशानी हो रही है. इस मार्केट के दुकानदारों ने सड़क की जगह पर भी कब्जा कर लिया है, जिससे यहां हमेशा ट्रैफिक की समस्या बनी रहती है.
मार्केट के सामने रहने वाले निवासियों ने बताया कि इस जगह पर पार्किंग की काफी समस्या है, जिसके कारण हर समय जाम लगा रहता है. उन्होंने कहा कि दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों के ऊपर कमरे बनाने से कोई भी दुर्घटना हो सकती है क्योंकि ये दुकानें लकड़ी और टीन से बनी हैं और यहां कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इन अवैध कब्जों को तुरंत हटाया जाए ताकि कोई दुर्घटना न हो क्योंकि कई बाजारों में आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं.
इस बारे में बात करने पर मार्केट के अध्यक्ष राकेश कुमार रिंकू ने कहा कि उन्होंने एक माह पहले इन दुकानदारों के साथ बैठक कर अतिक्रमण हटाने को कहा था. जिस पर इन दुकानदारों ने एक माह का समय मांगा कि उन्हें कुछ समय दिया जाये, वे उक्त कब्जा हटा लेंगे, लेकिन इन दुकानदारों ने कब्जा नहीं हटाया.
संपर्क करने पर नगर निगम के सहायक आयुक्त मनप्रीत सिंह ने कहा कि यह मामला उनकी जानकारी में नहीं है और वे इसकी जांच करेंगे और जांच के बाद कानून के मुताबिक उचित कार्रवाई की जाएगी.
