
एक राष्ट्र-एक चुनाव' विषय पर महत्वपूर्ण चर्चा, कैबिनेट मंत्री गंगवा रहे मुख्य अतिथि
हरियाणा/हिसार: ओम स्टर्लिंग ग्लोबल विश्वविद्यालय (ओएसजीयू) के प्रांगण में शनिवार 7 जून 2025 को 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। ओम स्टर्लिंग ग्लोबल विश्वविद्यालय व इंस्टिट्यूट फॉर पब्लिक पॉलिसी रिसर्च एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट के तत्वाधान में आयोजित इस सेमिनार में विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
हरियाणा/हिसार: ओम स्टर्लिंग ग्लोबल विश्वविद्यालय (ओएसजीयू) के प्रांगण में शनिवार 7 जून 2025 को 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। ओम स्टर्लिंग ग्लोबल विश्वविद्यालय व इंस्टिट्यूट फॉर पब्लिक पॉलिसी रिसर्च एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट के तत्वाधान में आयोजित इस सेमिनार में विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री रणबीर गंगवा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपने संबोधन में श्री गंगवा ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' की अवधारणा के महत्व और इसके संभावित लाभों पर प्रकाश डाला। एक राष्ट्र-एक चुनाव राष्ट्रहित का विषय है।
देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा यह मुहिम चलाई गई कि हर वर्ष किसी न किसी राज्य में चुनाव होते हैं। इससे समय और धन की बर्बादी होती है एक राष्ट्र-एक चुनाव का उद्देश्य चुनावी प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियों, खर्चे को कम करना व बार-बार चुनावों के कारण शासन व प्रशासन में उत्पन्न होने वाले व्यवधानों को समाप्त करना है।
उन्होंने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' की अवधारणा को समय की मांग बताया और कहा कि इससे लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूती मिलेगी, प्रशासनिक खर्च में कमी आएगी और देश की विकास को भी गति मिलेगी। इस भव्य सेमिनार की अध्यक्षता ओम स्टर्लिंग ग्लोबल विश्वविद्यालय के माननीय चांसलर डॉ. पुनीत गोयल ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि यह विषय केवल राजनीतिक विमर्श तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसके सामाजिक, आर्थिक और प्रशासनिक पहलुओं पर भी गहन विचार होना चाहिए तथा उसकी क्रियान्वित के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
इस समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में एडवोकेट विजयपाल (प्रदेश संयोजक, एक राष्ट्र-एक चुनाव) ने अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने एक राष्ट्र-एक चुनाव को लोकतंत्र की पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में एक सकारात्मक पहल बताया। भारत जैसे विकसित देश के लोकतंत्र में शासन व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सशक्त बनाने के लिए एक राष्ट्र, एक चुनाव की अवधारणा एक महत्वपूर्ण परिणाम लेकर सामने आयेगी।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि देश के भविष्य के लिए एक दूरगामी दृष्टिकोण है। मैं ओम स्टर्लिंग ग्लोबल विश्वविद्यालय और इंस्टिट्यूट फॉर पब्लिक पॉलिसी रिसर्च एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट को इस सार्थक सहयोग के लिए बधाई देता हूँ। इस मुहिम में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एन.पी. कौशिक, प्रति कुलपति डॉ राजेंद्र सिंह छिल्लर ने अहम सहयोग व योगदान दिया ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में एडवोकेट विजयपाल (प्रदेश संयोजक, एक राष्ट्र-एक चुनाव), अशोक सैनी (जिला अध्यक्ष, भाजपा हांसी), डॉ दलबीर भारती (सेवानिवृत्त आईपीएस एवं सामाजिक कार्यकर्ता), सतबीर वर्मा (पिछड़ा आयोग के पूर्व अध्यक्ष) इंस्टिट्यूट फॉर पब्लिक पॉलिसी रिसर्च एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट के महासचिव संदीप आजाद, प्रवीन सैनी, राजेश सलूजा मंडल मीडिया प्रभारी,पवन शर्मा पूर्व मंडल अध्यक्ष,रोशन घनघस मंडल महामंत्री ,सुखविंदर जाखड़ जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा,डॉ देशराज वर्मा,सरपंच पवन शास्त्री, ढालिया व नरेश वर्मा उपस्थित रहे।
सेमिनार में ओ.एस.जी.यू. के शोधार्थियों, विद्यार्थियों और युवाओं ने भी भाग लेकर विषय पर अपने विचार साझा किए। इस आयोजन का उद्देश्य जागरूकता फैलाना और नीति निर्माण के लिए जनमानस से विचारों को प्राप्त करना था।
