सैनिक इंस्टीट्यूट में 14 दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया

होशियारपुर - जिला रक्षा सेवा कल्याण कार्यालय के अंतर्गत पंजाब सरकार द्वारा संचालित एक सरकारी कॉलेज 'सैनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, होशियारपुर कैंपस', जो विभाग द्वारा चलाए जा रहे कई अन्य सैनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी का नोडल कार्यालय भी है। IKG पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध है, 'सैनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, होशियारपुर कैंपस' द्वारा नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में चल रहा ओरिएंटेशन प्रोग्राम हमेशा की तरह इस साल भी आयोजित किया गया।

होशियारपुर - जिला रक्षा सेवा कल्याण कार्यालय के अंतर्गत पंजाब सरकार द्वारा संचालित एक सरकारी कॉलेज 'सैनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, होशियारपुर कैंपस', जो विभाग द्वारा चलाए जा रहे कई अन्य सैनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी का नोडल कार्यालय भी है। IKG पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध है, 'सैनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, होशियारपुर कैंपस' द्वारा नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में चल रहा ओरिएंटेशन प्रोग्राम हमेशा की तरह इस साल भी आयोजित किया गया। 
यह कार्यक्रम प्रिंसिपल डॉ. परमिंदर कौर सैनी के नेतृत्व में 14 दिनों तक चलाया गया जिसका मुख्य उद्देश्य नए छात्रों को कैंपस में रहने के बारे में समझाना, छात्रों के लिए प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं के बारे में समझाना, छात्रों को जानना और कैंपस जीवन को कितना बेहतर बनाया जा सकता है। इसका उद्देश्य अनुसंधान का परिचय देना और अवसर प्रदान करना था। इस बीच विद्यार्थियों एवं स्टाफ ने प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियां संचालित कर शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयास किया।
ओरिएंटेशन प्रोग्राम को दो भागों में बांटा गया था. पहले भाग में संस्थान में पहले से पढ़ रहे छात्रों ने शिक्षकों की देखरेख में नए छात्रों के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित कीं। इससे उन्हें अलग तरीके से प्रदर्शन करने की क्षमता मिली. दूसरे भाग में संकायों ने नये एवं पुराने विद्यार्थियों के बहुमुखी व्यक्तित्व के विकास हेतु अनेक प्रयास किये।
नए सत्र की शुरुआत में संस्थान में आए विद्यार्थियों का पहले दिन विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों ने माथे पर टीका लगाकर, कलाइयों पर बांधकर व दही खिलाकर  जोरदार स्वागत किया, विद्यार्थियों ने सभी शिक्षकों का आशीर्वाद लेकर पहले दिन की शुरुआत की। 
इन 15 दिनों के दौरान छात्रों को लेखन कौशल सिखाया जाता है,
सुलेख, कागज शिल्प, आयुर्वेदिक औषधियों का महत्व, वक्तृत्व कला, साहित्यिक चोरी का माहौल, रैगिंग के प्रति जागरूकता, कंप्यूटर उपकरण, योग आसन, जीवन में पढ़ाई का महत्व, जीवन में खेल का महत्व आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
आखिरी दिन विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों ने मिलकर तीयां का त्योहार मनाया। जिसमें इच्छाओं, कर्तव्यों, रीति-रिवाजों और लड़कियों की अपने भाइयों के प्रति गर्व और कर्तव्यों को एक शृंखला में पिरोकर नाटक के माध्यम से एक वीडियो में कैद किया गया।