
सोसायटी की ओर से 24 शवों को मेडिकल रिसर्च के लिए भेजा गया है-संजीव अरोड़ा
होशियारपुर - रोटरी आई बैंक और कॉर्नियल ट्रांसप्लांट सोसायटी के अध्यक्ष संजीव अरोड़ा और रेड क्रॉस पंजाब के सचिव शिव दुलार सिंह सेवानिवृत्त आईएएस के नेतृत्व में उनके कार्यालय रेड क्रॉस भवन चंडीगढ़ में उनसे मुलाकात की गई। इस अवसर पर प्राचार्य एवं प्रख्यात समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने उन्हें नेत्रदान के बारे में जानकारी दी और कहा कि रोटरी आई बैंक द्वारा काफी समय से अंधापन दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
होशियारपुर - रोटरी आई बैंक और कॉर्नियल ट्रांसप्लांट सोसायटी के अध्यक्ष संजीव अरोड़ा और रेड क्रॉस पंजाब के सचिव शिव दुलार सिंह सेवानिवृत्त आईएएस के नेतृत्व में उनके कार्यालय रेड क्रॉस भवन चंडीगढ़ में उनसे मुलाकात की गई। इस अवसर पर प्राचार्य एवं प्रख्यात समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने उन्हें नेत्रदान के बारे में जानकारी दी और कहा कि रोटरी आई बैंक द्वारा काफी समय से अंधापन दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके तहत अब तक सोसायटी ने 4090 से अधिक कॉर्नियल अंधता पीड़ितों को नई आंखें प्रत्यारोपित कर दृष्टि प्रदान की है। इसके साथ ही लोगों को चिकित्सा अनुसंधान के लिए मृत्यु के बाद अपने शरीर को दान करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। सोसायटी द्वारा अब तक 24 शवों को मृत्यु उपरांत विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में भेजा जा चुका है तथा यह सेवा कार्य निरंतर जारी रहेगा।
इस अवसर पर अध्यक्ष जे.बी. बहल ने सचिव रेड क्रॉस (पंजाब) से अनुरोध किया कि यदि रेड क्रॉस सोसाइटी और रोटरी आई बैंक मिलकर नेत्रदान का कार्य करें तो समाज और जरूरतमंद लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सकता है क्योंकि दोनों का मिशन समाज की सेवा करना है। श्री बहल ने कहा कि अगर पंजाब के सभी रेडक्रॉस कार्यालयों में नेत्रदान संबंधी प्रचार सामग्री और फ्लेक्स बोर्ड लगवा दिए जाएं तो अंधेपन से पीड़ित लोगों को लाभ मिल सकता है। उन्होंने कहा कि यदि रेडक्रॉस की ओर से कॉर्निया ब्लाइंडनेस से पीड़ित कोई मरीज आता है तो उसका ऑपरेशन नि:शुल्क किया जाएगा और दवाएं भी नि:शुल्क दी जाएंगी।
इस अवसर पर श्री शिव दुलार सिंह ढिल्लों (सेवानिवृत्त) आईएएस. उन्होंने रोटरी आई बैंक के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि किसी की अंधेरी जिंदगी को रोशन करना सबसे बड़ा दान का कार्य है क्योंकि नेत्रदान से बड़ा कोई दान नहीं है जो मृत्यु के बाद करना पड़ता है। सरदार ढिल्लों ने रोटरी आई बैंक के सदस्यों को आश्वासन दिया कि वे जल्द ही इस मुद्दे पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाएंगे और उन्हें पूर्ण सहयोग का भी आश्वासन दिया। अंत में सोसायटी ने सरदार ढिल्लों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मदन लाल महाजन भी मौजूद रहे.
