डीसी ने जिले में मच्छर जनित बीमारियों और जल जनित बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए व्यापक गतिविधियां शुरू करने के आदेश दिए

एसएएस नगर, 21 अप्रैल: उपायुक्त कोमल मित्तल ने स्वास्थ्य, स्थानीय निकाय और ग्रामीण विकास अधिकारियों को साहिबजादा अजीत सिंह नगर जिले में मच्छर जनित बीमारियों और जल जनित बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से व्यापक गतिविधियां शुरू करने के लिए कहा आज सभी संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक करते हुए उन्होंने कहा कि जिले के शेष हिस्सों में हर सप्ताह फॉगिंग के रोस्टर बदले जाएं जबकि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में हर तीसरे दिन फॉगिंग सुनिश्चित की जाए ताकि जिले के निवासियों को स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी मिल सके।

एसएएस नगर, 21 अप्रैल: उपायुक्त कोमल मित्तल ने स्वास्थ्य, स्थानीय निकाय और ग्रामीण विकास अधिकारियों को साहिबजादा अजीत सिंह नगर जिले में मच्छर जनित बीमारियों और जल जनित बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से व्यापक गतिविधियां शुरू करने के लिए कहा आज सभी संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक करते हुए उन्होंने कहा कि जिले के शेष हिस्सों में हर सप्ताह फॉगिंग के रोस्टर बदले जाएं जबकि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में हर तीसरे दिन फॉगिंग सुनिश्चित की जाए ताकि जिले के निवासियों को स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी मिल सके।
 उन्होंने स्थानीय निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया बुखार से बचाव के लिए घरों और अन्य स्थानों पर मिलने वाले पानी के नमूने लें, ताकि लोगों को उल्टी-दस्त के प्रकोप से दूर रखा जा सके। उन्होंने स्थानीय निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे घरों और अन्य स्थानों पर जहां डेंगू मच्छर का लार्वा पाया जाता है, वहां के मालिकों का चालान करें। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही निवासियों के लिए इन घातक बुखारों की चपेट में आने के कारण महंगी पड़ सकती है।
 उन्होंने जिला निवासियों से अपील की कि वे हर शुक्रवार को ड्राई डे मनाएं और डेंगू बुखार के लार्वा को रोकने के लिए सप्ताह में एक बार रेफ्रिजरेटर और एयर कूलर के टैंकों के पीछे की ट्रे को छोड़कर सभी पानी के कंटेनरों को खाली करना अनिवार्य करें। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों को हर शुक्रवार को ड्राई डे मनाना चाहिए ताकि डेंगू बुखार को रोकने के लिए व्यापक और जागरूकता गतिविधियों के तहत एक उदाहरण स्थापित किया जा सके। 
इसके अलावा सभी निजी व सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इलाज के लिए आने वाले डेंगू व चिकनगुनिया के मरीजों की रिपोर्ट 24 से 48 घंटे के अंदर सिविल सर्जन कार्यालय में जमा करवाएं। उन्होंने कहा कि सभी संदिग्ध मरीजों को डेंगू पॉजिटिव घोषित करने से पहले रक्त के नमूनों के आधार पर एलाइजा टेस्ट से पुष्टि करना अनिवार्य है। 
साथ ही सभी डेंगू मरीजों का इलाज एनवीबीडीसीपी की गाइडलाइन के अनुसार किया जाए। सिविल सर्जन डॉ. संगीत जैन ने उपायुक्त को स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे बचाव उपायों से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि जिले के नर्सिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले सभी नर्सिंग विद्यार्थियों को डेंगू लार्वा का पता लगाने की गतिविधियों के बारे में जागरूक किया गया है। जनवरी 2025 से अब तक 7188 घरों का सर्वे किया गया है और 21709 कंटेनरों की जांच की गई है। 
जिले में अब तक 9 डेंगू मामलों की पुष्टि हुई है। बैठक में अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर अनमोल सिंह धालीवाल और सोनम चौधरी, डीडीपीओ बलजिंदर सिंह ग्रेवाल, जिला महामारी रोकथाम अधिकारी डॉ. अनामिका, कार्यकारी इंजीनियर जल आपूर्ति और स्वच्छता गुरप्रकाश सिंह और नगर परिषदों के कार्यकारी अधिकारी और डॉ. संजीव कुमार स्वास्थ्य अधिकारी एमसी मोहाली उपस्थित थे।