55वीं श्रृंखला के 5555वें श्री अखंड पाठ साहिब की समाप्ति के अवसर पर गु: सिंह शहीदां सोहाना में एक भव्य गुरमति कार्यक्रम आयोजित किया गया।

एसएएस नगर, 22 मई - नजदीकी गांव सोहाना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां साहिब में ब्रह्म लीन ब्रह्म ज्ञानी संत बाबा अजीत सिंह जी हंसाली वालों के शब्दों की बदौलत 55वीं शृंखला के 5555वें श्री अखंड पाठ साहिब की सम्पूर्णता का जश्न मनाने के लिए एक भव्य गुरमत समारोह का आयोजन किया गया।

एसएएस नगर, 22 मई - नजदीकी गांव सोहाना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां साहिब में ब्रह्म लीन ब्रह्म ज्ञानी संत बाबा अजीत सिंह जी हंसाली वालों के शब्दों की बदौलत 55वीं शृंखला के 5555वें श्री अखंड पाठ साहिब की सम्पूर्णता का जश्न मनाने के लिए  एक भव्य गुरमत समारोह का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर सुबह श्री अखंड पाठ साहिब जी का भोग डाला गया। इसके बाद बीबी सतनाम कौर के अंतरराष्ट्रीय पंथक ढाडी जत्थे ने ढाडी वार में अमर शहीद जत्थेदार बाबा हनुमान सिंह जी की संपूर्ण शहादत को विस्तार से श्रद्धालुओं को सुनाया। भाई गगनदीप सिंह (गुरुद्वारा श्री नाढा साहिब वाले) ने अपने प्रवचनों के माध्यम से संगत को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में दर्ज धुर की बानी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मीरी पीरी खालसा जत्था जगाधरी ने रस भीने कीर्तन के माध्यम से भक्तों को गुरु से जोड़ने का प्रयास किया।

इसके अलावा भाई गुरविंदर सिंह, बीबी बख्शिंदर कौर, भुजंग कविश्री जत्था, भाई कुलतार सिंह, भाई हरभजन सिंह रंगीला, भाई संदीप सिंह, भाई महिंदर सिंह, शिरोमणि प्रचारक भाई हरसिमरन सिंह, सुखमनी सेवा सोसायटी की महिलाएं, भाई सुरजीत सिंह, भाई गुरदीप सिंह के जत्थों के अलावा गुरुद्वारा सिंह शहीद जत्थों के अलावा भाई गुरुमीत सिंह, भाई इंद्रजीत सिंह, भाई जसवन्त सिंह, भाई हरबख्श सिंह और भाई सुरिंदर सिंह की उपस्थिति ने पूरे दिन कथा, कीर्तन, कविशरी और गुरमत के माध्यम से हरि जस सुनाकर संगतों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी जत्थों को सिरोपाओ देकर सम्मानित किया। भक्तों को अनेक प्रकार की मिठाइयाँ और गुरु का अटूट लंगर परोसा गया।