पंजाब राजभवन में आयोजित हुआ सिक्किम दिवस।

चंडीगढ़, 16 मई, 2024। सिक्किम के सुंदर परिदृश्य और जीवंत संस्कृति का पंजाब राजभवन में शानदार प्रदर्शन हुआ, जहां सिक्किम स्थापना दिवस बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। यह अवसर उस ऐतिहासिक दिन को दर्शाता है, जब हिमालय के हृदय में बसा सिक्किम 1975 में 22वें राज्य के रूप में भारतीय संघ में शामिल हुआ था।

चंडीगढ़, 16 मई, 2024। सिक्किम के सुंदर परिदृश्य और जीवंत संस्कृति का पंजाब राजभवन में शानदार प्रदर्शन हुआ, जहां सिक्किम स्थापना दिवस बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। यह अवसर उस ऐतिहासिक दिन को दर्शाता है, जब हिमालय के हृदय में बसा सिक्किम 1975 में 22वें राज्य के रूप में भारतीय संघ में शामिल हुआ था। इस कार्यक्रम ने सिक्किम और पंजाब/चंडीगढ़ के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया, जिससे एक-दूसरे की परंपराओं और रीति-रिवाजों के बारे में गहरी समझ और प्रशंसा को बढ़ावा मिला। इसने विविधता के बीच एकता को रेखांकित किया जो भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य की पहचान है।   कार्यक्रम में बोलते हुए पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक श्री बनवारी लाल पुरोहित ने भारत के विभिन्न राज्यों के बीच विविधता का जश्न मनाने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। राज्यपाल ने सिक्किम की गहन सुंदरता पर जोर दिया, जिसकी विशेषता इसके राजसी पहाड़, शांत नदियाँ और हरे-भरे जंगल हैं। "पूर्व का स्विट्जरलैंड" कहे जाने वाले सिक्किम का आकर्षण सीमाओं को पार करता है, जो दूर-दूर से यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। श्री पुरोहित ने कहा कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के माध्यम से राज्यों के लोगों में आपसी परिचय, एकता की भावना, विविध परम्पराएं, कला, संस्कृति, वेशभूषा और खान-पान का आदान-प्रदान भी होता है। उन्होंने कहा कि हर राज्य की अपनी एक अलग पहचान है और राज्यों की विविधता में एकता ही भारत की ताकत है। इस विविधता के बावजूद हम सब एक हैं जो भारत की विशेषता है। राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता में सिक्किम की अग्रणी पहल सराहनीय है। सबसे कम कार्बन फुटप्रिंट वाले देश के पहले जैविक राज्य के रूप में, सिक्किम पर्यावरण संरक्षण और जिम्मेदार पर्यटन के लिए एक उल्लेखनीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। इस अवसर पर चंडीगढ़ के विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा संगीत, नृत्य और परंपरा के माध्यम से सिक्किम की समृद्ध सांस्कृतिक झलक दिखाई गई। कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार श्री राजीव वर्मा,  राज्यपाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री  के.शिव प्रसाद, यूटी चंडीगढ़ के गृह सचिव श्री नितिन कुमार यादव और चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।