'बर्फ' च उगे अमलतास' का विमोचन - प्रतिमान का नया अंक भी जनता के समक्ष प्रस्तुत किया गया

चंडीगढ़, 19 मई- पटियाला 'प्रतिमान साहित्य मंच' द्वारा प्रवासी लेखक गुरिंदरजीत की नई पुस्तक 'बर्फ' च उगे अमलतास' का विमोचन समारोह एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि एवं पूर्व आई.आर.एस. श्री बी.एस. रतन ने की। मुख्य अतिथि के रूप में भाषा विभाग पंजाब के निदेशक श्री जसवंत सिंह जफर एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।

चंडीगढ़, 19 मई- पटियाला 'प्रतिमान साहित्य मंच' द्वारा प्रवासी लेखक गुरिंदरजीत की नई पुस्तक 'बर्फ' च उगे अमलतास' का विमोचन समारोह एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि एवं पूर्व आई.आर.एस. श्री बी.एस. रतन ने की। मुख्य अतिथि के रूप में भाषा विभाग पंजाब के निदेशक श्री जसवंत सिंह जफर एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।
मंच के संस्थापक डी. अमरजीत कोनके ने कहा कि प्रतिमान का उद्देश्य 'अच्छे साहित्य' पर संवाद स्थापित करना तथा पाठकों में पढ़ने के प्रति रुचि विकसित करना है। पुस्तक के विमोचन के पश्चात 'प्रतिमान' पत्रिका का नया अंक भी विमोचित किया गया।
अपनी लेखन प्रक्रिया के बारे में बात करते हुए गुरिंदरजीत ने कहा कि यह पुस्तक उनके अतीत एवं वर्तमान के संघर्षों पर आधारित है। चर्चा के दौरान विद्वानों ने पुस्तक के विभिन्न पहलुओं - पुरानी यादें, भावना, हास्य, विरासत और आधुनिकता पर चर्चा की। उपरोक्त विचारों को साझा किया। 
जसवंत सिंह जफर ने कहा कि लेखक पुरानी यादों के माध्यम से पुराने पंजाब को याद करता है, लेकिन नया पंजाब अब वैसा नहीं रहा। बीएस रतन ने कहा कि यह पुस्तक विदेश में रहने वाली नई पीढ़ियों के लिए बहुत फायदेमंद है। 
अंत में कई कवियों ने अपनी कविताएं श्रोताओं के साथ साझा कीं। डॉ. गुरविंदर अमन ने मंच का संचालन किया और नवदीप मुंडी ने सभी मेहमानों का धन्यवाद किया। भीषण गर्मी के बावजूद लगभग 70 लेखकों और पाठकों ने इस साहित्यिक समारोह की ठंडक का आनंद लिया।