हरियाणा में भविष्य विभाग की स्थापना

चंडीगढ़, 17 जुलाई - हरियाणा सरकार ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और कौशल विकास के माध्यम से विज़न 2047 को क्रियान्वित करने के उद्देश्य से भविष्य विभाग की स्थापना की है। यह विभाग भविष्य में राज्य के सामने आने वाली संभावित चुनौतियों और अवसरों की पहचान करने के लिए नियमित रूप से क्षितिज स्कैनिंग, प्रवृत्ति विश्लेषण और परिदृश्य विकास का कार्य करेगा। यह विज़न-2047 के अंतर्गत उच्च मूल्य वाले क्षेत्रों में विकास के विविधीकरण पर केंद्रित व्यापक दीर्घकालिक रणनीतियाँ भी तैयार करेगा।

चंडीगढ़, 17 जुलाई - हरियाणा सरकार ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और कौशल विकास के माध्यम से विज़न 2047 को क्रियान्वित करने के उद्देश्य से भविष्य विभाग की स्थापना की है। यह विभाग भविष्य में राज्य के सामने आने वाली संभावित चुनौतियों और अवसरों की पहचान करने के लिए नियमित रूप से क्षितिज स्कैनिंग, प्रवृत्ति विश्लेषण और परिदृश्य विकास का कार्य करेगा। यह विज़न-2047 के अंतर्गत उच्च मूल्य वाले क्षेत्रों में विकास के विविधीकरण पर केंद्रित व्यापक दीर्घकालिक रणनीतियाँ भी तैयार करेगा।
मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी ने हरियाणा सरकार निर्माण (आवंटन) नियम, 2025 की अधिसूचना जारी की है। यह विभाग राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर तक बढ़ाने और राज्य में रोज़गार लक्ष्यों को पूरा करने के लिए मिशन हरियाणा-2047 का भी ध्यान रखेगा।
इसके अतिरिक्त, यह विभिन्न क्षेत्रों में उभरती प्रौद्योगिकियों को अपनाने की दिशा में प्रौद्योगिकी और नवाचार नीतियों का विकास और समन्वय करेगा। यह प्रशासनिक प्रक्रियाओं के डिजिटल परिवर्तन सहित शासन आधुनिकीकरण पहलों की निगरानी और समन्वय करेगा। यह दूरदर्शी नीतियों और पहलों के कार्यान्वयन के लिए प्रशासनिक विभागों के साथ भी समन्वय करेगा।
विभाग भविष्य की कार्यबल आवश्यकताओं के अनुरूप मानव पूंजी विकास के लिए एक एकीकृत ढाँचा स्थापित करेगा। यह विशेष रूप से जल, ऊर्जा और कृषि संसाधनों के सतत प्रबंधन हेतु रणनीतियाँ विकसित करेगा। यह विभागों में रणनीतिक पहलों की प्रगति का आकलन करने के लिए एक निगरानी प्रणाली स्थापित करेगा। यह राज्य के लिए एक प्रवासन प्रबंधन योजना भी विकसित करेगा, साथ ही ग्रामीण-शहरी एकीकरण भी विकसित करेगा।