संगरूर रैली के लिए किसानों, मजदूरों और छात्रों का काफिला रवाना

नवांशहर- पुलिस राज के खिलाफ आज संगरूर में आयोजित राज्य स्तरीय रैली में शामिल होने के लिए सैकड़ों किसानों, मजदूरों, महिलाओं और छात्रों का एक काफिला उदापर गाँव से रवाना हुआ। इससे पहले, शहीद भगत सिंह नगर जिले के विभिन्न हिस्सों से किसान, निर्माण मजदूर, ऑटो मजदूर, ग्रामीण और खेत मजदूर, छात्र, महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में उदापर में एकत्रित हुए।

नवांशहर- पुलिस राज के खिलाफ आज संगरूर में आयोजित राज्य स्तरीय रैली में शामिल होने के लिए सैकड़ों किसानों, मजदूरों, महिलाओं और छात्रों का एक काफिला उदापर गाँव से रवाना हुआ। इससे पहले, शहीद भगत सिंह नगर जिले के विभिन्न हिस्सों से किसान, निर्माण मजदूर, ऑटो मजदूर, ग्रामीण और खेत मजदूर, छात्र, महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में उदापर में एकत्रित हुए। 
इस अवसर पर डेमोक्रेटिक लॉयर्स एसोसिएशन पंजाब के राज्य कन्वीनर दलजीत सिंह एडवोकेट, इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन्स (आईएफटीयू) के राज्य प्रेस सचिव जसबीर दीप, कीर्ति किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुरिंदर सिंह बैंस, ऑटो यूनियन के जिला अध्यक्ष पुनीत कुमार बछोरी, डॉ. अंबेडकर भवन चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष सतीश कुमार लाल, पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के राज्य वित्त सचिव बलजीत सिंह धर्मकोट, ग्रामीण मजदूर यूनियन की नेता किरणजीत कौर, प्रवासी मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष परवीन कुमार निराला, रेहड़ी मजदूर यूनियन के अध्यक्ष हरे राम, भट्टा मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष गुरदयाल रक्कड़, निर्माण चिनाई मजदूर यूनियन के नेता ओम प्रकाश मौजूद थे। 
उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण संघर्ष कमेटी संगरूर के गिरफ्तार नेताओं की रिहाई और पुलिस दमन के खिलाफ भाईचारे के संगठनों के समर्थन में आज संगरूर में हो रही राज्य स्तरीय रैली में पंजाब भर से बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
 उन्होंने कहा कि 20 मई को पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की शह पर पुलिस ने संगरूर जिले में 927 एकड़ बेनामी जमीन पर बेगमपुरा बसाने जा रहे भूमि अधिग्रहण संघर्ष कमेटी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था, जिनमें से कई अभी भी जेल में हैं। पुलिस ने कमेटी के दो नेताओं को बातचीत के बहाने बुलाकर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि मान सरकार पंजाब को पुलिस राज्य बना रही है, हर दिन फर्जी पुलिस मुठभेड़ें हो रही हैं, पुलिस हिरासत में मौतें हो रही हैं। संघर्षशील संगठनों को पुलिस दमन से दबाया जा रहा है और यूपी की तर्ज पर बुलडोजर से घरों को तोड़ा जा रहा है। 
उन्होंने कहा कि मान सरकार शहीद भगत सिंह और डॉ. बीआर अंबेडकर की तारीफ नहीं करती। थक गई है लेकिन उनके असली वारिस जेलों में सजा काट रहे हैं। उन्होंने कहा कि मान सरकार का दलित विरोधी चेहरा दिन-प्रतिदिन उजागर हो रहा है। नेताओं ने कहा कि लोगों के संघर्षों को बल से नहीं दबाया जा सकता। उन्होंने कहा कि संगठन संगरूर में एक बड़ी सभा करके पुलिस के आतंक को तोड़ेंगे।