पंजाब विश्वविद्यालय में सीखने की अक्षमता पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू

चंडीगढ़, 20 जनवरी, 2025- पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में आज “सीखने की अक्षमता वाले बच्चों की जांच, उपचार और समावेशन” पर विशेष शिक्षकों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ।

चंडीगढ़, 20 जनवरी, 2025- पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में आज “सीखने की अक्षमता वाले बच्चों की जांच, उपचार और समावेशन” पर विशेष शिक्षकों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ।
यह प्रतिष्ठित प्रशिक्षण कार्यक्रम सामुदायिक शिक्षा और विकलांगता अध्ययन विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ द्वारा समग्र शिक्षा यू.टी. चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में कार्यरत इन-सर्विस विशेष शिक्षकों के लिए आयोजित यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को विशिष्ट सीखने की अक्षमता से संबंधित ज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति से अवगत कराएगा और उनके पेशेवर विकास में योगदान देगा। प्रतिभागियों को विशिष्ट सीखने की अक्षमता के साथ-साथ दृष्टिकोण की बहु-विषयक समझ प्रदान करने के लिए नैदानिक मनोविज्ञान, चिकित्सा, अनुसंधान और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को सूचीबद्ध किया गया है। 
यह कार्यक्रम सीखने की अक्षमता (डिस्लेक्सिया, डिस्ग्राफिया, डिस्कैलकुलिया), समावेशी कक्षाएं, शिक्षण-शिक्षण सामग्री का विकास, प्रौद्योगिकी, पाठ्यक्रम अनुकूलन, आकलन, समायोजन और प्रबंधन रणनीतियों (तनाव, चिंता, व्यवहार संशोधन आदि) से संबंधित विभिन्न विषयों को उठाएगा। इस कार्यक्रम में कुल 25 सत्र (प्रतिदिन 5) होंगे। प्रतिभागियों को आकलन, पहचान प्रक्रिया और हस्तक्षेप रणनीतियों के नए दृष्टिकोणों से अपडेट किया जाएगा। यह कार्यक्रम शिक्षकों को स्कूलों में पढ़ने वाले विशेष जरूरतों वाले बच्चे की जरूरतों को पहचानने और निर्धारित करने में सक्षम बनाएगा। 
अंततः, यह स्कूलों में टिकाऊ वातावरण स्थापित करने और विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए सुलभ समाज को बढ़ावा देने में योगदान देगा ताकि वे समाज में अपना जीवन खुशी से जी सकें। विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमडी सैफुर रहमान ने पहले दिन स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम का समन्वय श्री नितिन राज द्वारा किया जाता है।