
पंजाबी लेखक सभा चंडीगढ़ द्वारा श्रोमणि साहित्यकार श्री राम अर्श के निधन पर गहरा दुख व्यक्त
मोहाली- पंजाबी साहित्य जगत की प्रमुख शख्सियत, उस्ताद ग़ज़लगो श्री राम अर्श, जिनका बीती रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया, का अंतिम संस्कार आज दोपहर मोहाली के श्मशान घाट में किया गया। बड़ी संख्या में साहित्यकारों, पारिवारिक सदस्यों और बुद्धिजीवियों ने अंतिम संस्कार में शामिल होकर श्री राम अर्श को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मोहाली- पंजाबी साहित्य जगत की प्रमुख शख्सियत, उस्ताद ग़ज़लगो श्री राम अर्श, जिनका बीती रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया, का अंतिम संस्कार आज दोपहर मोहाली के श्मशान घाट में किया गया। बड़ी संख्या में साहित्यकारों, पारिवारिक सदस्यों और बुद्धिजीवियों ने अंतिम संस्कार में शामिल होकर श्री राम अर्श को श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री अर्श लंबे समय से पंजाबी लेखक सभा के साथ जुड़े हुए थे। उन्होंने इसके अध्यक्ष के रूप में सेवा देने के अलावा कई अन्य पदों पर भी कार्य किया। केंद्रीय पंजाबी लेखक सभा और अन्य साहित्यिक संगठनों में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही। 21 पुस्तकें लिख चुके अर्श जी को कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है, जिनमें 2021 में भाषा विभाग पंजाब द्वारा प्रदान किया गया प्रतिष्ठित श्रोमणि कवि पुरस्कार भी शामिल है।
श्री अर्श अपने पीछे दो पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए हैं। अंतिम संस्कार की रस्मों में शामिल प्रमुख हस्तियों में पूर्व मंत्री बलवीर सिंह सिद्धू, कॉमरेड बनत सिंह बराड़, बाबू राम दीवाना, और साहित्यिक शख्सियतें जैसे डॉ. सुखदेव सिंह सिरसा, डॉ. लाभ सिंह खीवा, गुरनाम कंवर, बलकार सिद्धू, दीपक शर्मा चनारथल, भूपिंदर सिंह मलिक, पाल अजनबी, हरमिंदर कालड़ा, गुरदेव पाल, उषा कंवर, दिलदार सिंह, देवी दयाल शर्मा, प्रीतम हुंदल, गुरदर्शन सिंह मावी, दविंदर कौर ढिल्लों, हरजीत सिंह, सरदारा सिंह चीमा, गोवर्धन गब्बी, गुरजिंदर सिंह, सचप्रीत खीवा, शायर भट्टी, और प्रहलाद सिंह शामिल थे।
