पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में छात्रों को किया गया जागरूक

होशियारपुर- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, अज्जोवाल में प्रधानाचार्य अशोक कुमार की अध्यक्षता में छात्रों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करने के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया।

होशियारपुर- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, अज्जोवाल में प्रधानाचार्य अशोक कुमार की अध्यक्षता में छात्रों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करने के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया। 
इस अवसर पर इको क्लब प्रभारी मैडम संगीता सैनी ने कहा कि पराली जलाने से खेतों, मनुष्यों, पशु-पक्षियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पराली जलाने से कृषि से जुड़े अच्छे तत्व नष्ट हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि इससे प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान पहुँचता है।
 इसके अलावा, आग से उत्पन्न ऊष्मा ज़मीन के नीचे रहने वाले सूक्ष्म जीवों को भी नुकसान पहुँचाती है। अगर हम पराली का ध्यान रखें और उसे मिट्टी में मिला दें, तो इसका मिट्टी के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे उत्पादन बढ़ेगा और ज़मीन का भौतिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि लोग धान की कटाई के बाद बचे हुए हिस्से को जला देते हैं। कई बार इससे बड़ी दुर्घटना हो जाती है। 
जिसका हमें बाद में पछतावा होता है। इसलिए ज़रूरी है कि हम पराली जलाने से बचें। उन्होंने कहा कि गांव के बच्चों का कृषि से सीधा जुड़ाव है, इसलिए उनकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। सेमिनार को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य अशोक कुमार ने कहा कि पराली जलाने के दुष्प्रभावों को जानना हम सभी के लिए बेहद जरूरी है। 
बच्चों को अपने अभिभावकों को भी इसके बारे में जागरूक करना चाहिए। पराली जलाने से उत्पन्न धुआं कई लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है। इस अवसर पर व्याख्याता संदीप कुमार सूद, मोनिका, अनु आनंद, मनीषा सैनी और मंजीत कौर आदि भी मौजूद रहे।