
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद पेंशन न मिलने पर पीआरटीसी पेंशनर्स ने 16 जुलाई को कड़े संघर्ष की चेतावनी दी
पटियाला- पेंशन से वंचित पीआरटीसी पेंशनर्स ने धैर्य खोकर संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद, पीआरटीसी पेंशनर्स की मासिक पेंशन अभी तक ऊँट के मुँह में ही है। पंजाब सरकार के अन्य संस्थानों ने भी वेतन आयोग का बकाया भुगतान कर दिया है।
पटियाला- पेंशन से वंचित पीआरटीसी पेंशनर्स ने धैर्य खोकर संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद, पीआरटीसी पेंशनर्स की मासिक पेंशन अभी तक ऊँट के मुँह में ही है। पंजाब सरकार के अन्य संस्थानों ने भी वेतन आयोग का बकाया भुगतान कर दिया है।
लेकिन हमें वेतन आयोग का बकाया कहाँ से मिलना चाहिए था? हमें तो हर महीने किश्तों में पेंशन भी मिलती है, जो माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार हर महीने की 10 तारीख तक मिलनी ही चाहिए। छह महीने के मेडिकल बिल लंबित हैं, बुजुर्ग और बीमार पेंशनर्स बिस्तर पर पड़े हैं और प्रबंधन व सरकार द्वारा रिश्वत के अलावा कुछ नहीं किया जा रहा है।
पीआरटीसी पेंशनर्स एसोसिएशन की केंद्रीय बॉडी के प्रतिनिधियों की वर्चुअल मीटिंग में पीआरटीसी मैनेजमेंट और पंजाब सरकार के पीआरटीसी पेंशनर्स के अधिकारों के प्रति नकारात्मक रवैये की निंदा की और ऐलान किया कि अगर 16-7-25 से पहले हमारी पेंशन का भुगतान नहीं किया गया तो हम 16 जुलाई को होने वाली मासिक मीटिंग के दौरान सख्त कदम उठाने पर मजबूर होंगे।
एसोसिएशन ने मांग की है कि वेतन आयोग के बकाया और मेडिकल बिलों का भी तुरंत भुगतान किया जाए। उक्त जानकारी देते हुए पीआरटीसी पेंशनर्स एसोसिएशन की केंद्रीय बॉडी के महासचिव हरि सिंह चमक ने बताया कि तीसरे बुधवार 16-7-25 को पटियाला में होने वाली मीटिंग में ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग शामिल हों।
