इलेक्ट्रोपैथी के माध्यम से 34 वर्षों से कर रहे हैं असाध्य रोगों का उपचार- डॉ. जसबीर सिंह परमार

होशियारपुर- इलेक्ट्रोपैथी के एमडी डॉ. जसबीर सिंह परमार अजनोहा पिछले 34 वर्षों से रणजीत अस्पताल अजनोहा में इलेक्ट्रोपैथी के माध्यम से अनेक घातक एवं असाध्य रोगों के रोगियों की जांच एवं उपचार निरंतर कर रहे हैं। डॉ. परमार के अनुसार उनसे उपचार करवाकर अनेक रोगी ठीक हो चुके हैं, जिन्हें बड़े अस्पतालों से निराशा हाथ लगी थी।

होशियारपुर- इलेक्ट्रोपैथी के एमडी डॉ. जसबीर सिंह परमार अजनोहा पिछले 34 वर्षों से रणजीत अस्पताल अजनोहा में इलेक्ट्रोपैथी के माध्यम से अनेक घातक एवं असाध्य रोगों के रोगियों की जांच एवं उपचार निरंतर कर रहे हैं। डॉ. परमार के अनुसार उनसे उपचार करवाकर अनेक रोगी ठीक हो चुके हैं, जिन्हें बड़े अस्पतालों से निराशा हाथ लगी थी।
उन्होंने कहा कि उपचार के बाद ठीक होने के बावजूद अनेक रोगी यह नहीं बताते कि उन्हें कौन सी बीमारी थी और इलेक्ट्रोपैथी के माध्यम से उनका उपचार कैसे हुआ। इसी व्यक्तिगत झिझक के कारण इलेक्ट्रोपैथी को अभी तक सार्वजनिक स्तर पर पूर्ण मान्यता नहीं मिल पाई है।
डॉ. परमार ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता अविनाश राय खन्ना, शिरोमणि अकाली दल के पूर्व कैबिनेट मंत्री सोहन सिंह ठंडल आदि ने भी इलेक्ट्रोपैथी को मान्यता दिलाने के लिए आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा कि इस पैथोलॉजी से संबंधित दिल्ली एवं गुड़गांव के बड़े अस्पतालों में हजारों रोगियों का उपचार होता है, जबकि राजस्थान सरकार ने इस पैथोलॉजी को मान्यता दे दी है।
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने इलेक्ट्रोपैथी पर तीन किताबें लिखी हैं, जिसके लिए उन्हें भारत के दिवंगत राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम से एक विशेष पत्र भी मिला था। उन्होंने इलेक्ट्रोपैथी के लाभों पर अधिक विस्तार से चर्चा करने की इच्छा व्यक्त की।