सरकारी स्कूलों के मेधावी विद्यार्थियों को दी जाएगी निशुल्क कोचिंग - शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा

चंडीगढ़, 2 जुलाई - हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हरियाणा सरकार का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाना तथा विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। इसी कड़ी में सरकारी स्कूलों के मेधावी विद्यार्थियों को निशुल्क कोचिंग दी जाएगी, ताकि वे आईआईटी, एनडीए व अन्य परीक्षाओं में सफल हो सकें।

चंडीगढ़, 2 जुलाई - हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हरियाणा सरकार का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाना तथा विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। इसी कड़ी में सरकारी स्कूलों के मेधावी विद्यार्थियों को निशुल्क कोचिंग दी जाएगी, ताकि वे आईआईटी, एनडीए व अन्य परीक्षाओं में सफल हो सकें।
 इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत पहले कुछ ब्लॉकों में सरकारी स्कूलों के बेहतरीन अध्यापक मेधावी विद्यार्थियों को स्कूल समय के बाद कोचिंग देंगे। 
यदि यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। शिक्षा मंत्री आज पंचकूला स्थित शिक्षा भवन में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में भी अभिभावक-शिक्षक बैठकें आयोजित करने की योजना है। 
ताकि अभिभावकों को अपने बच्चों की शिक्षा के स्तर के बारे में पता चले और वे अपने बच्चों की शिक्षा में और अधिक गुणवत्ता लाने में सहयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ी खेलों में पूरी दुनिया में नाम कमा रहे हैं। हमारे खिलाड़ी ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में सबसे ज्यादा पदक जीत रहे हैं। खिलाड़ियों की स्कूली शिक्षा के समय से ही खेलों की नींव मजबूत होती है। 
इसलिए सरकारी स्कूलों में खिलाड़ियों को न केवल अच्छा प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि अधिक से अधिक खेल उपकरण भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। स्कूलों को जो खेल उपकरण पहले दिए गए हैं, अध्यापक उन्हें खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए दें। वे समय-समय पर इसकी समीक्षा भी करेंगे। लापरवाही बरतने वाले अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है। हरियाणा भी हिंदी भाषी राज्य है। शिक्षा विभाग के कार्यालयों में हिंदी का प्रयोग किया जाना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मील की योजना में हरियाणा देश में प्रथम स्थान पर है।
 शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जा रहा है और उन्हें पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा श्री विनीत गर्ग, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक श्री विवेक अग्रवाल एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशक श्री जितेन्द्र दहिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।