ग़दर पार्टी को अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाली ग़दर बीबी गुलाब कौर की 100वीं पुण्यतिथि मनाने के लिए एकत्रित हुए लोग

माहिलपुर, 23 जून- देश भगत यादगार कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज कोटला नौध सिंह नगर के निवासियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें ग़दर पार्टी को अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाली ग़दर बीबी गुलाब कौर की 100वीं पुण्यतिथि मनाई गई। ज्ञातव्य है कि 28 जुलाई 1925 को बीबी गुलाब कौर ने कोटला नौध सिंह गांव में अंतिम सांस ली थी। उनकी 100वीं पुण्यतिथि देश-विदेश में मनाई जा रही है।

माहिलपुर, 23 जून- देश भगत यादगार कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज कोटला नौध सिंह नगर के निवासियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें ग़दर पार्टी को अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाली ग़दर बीबी गुलाब कौर की 100वीं पुण्यतिथि मनाई गई। ज्ञातव्य है कि 28 जुलाई 1925 को बीबी गुलाब कौर ने कोटला नौध सिंह गांव में अंतिम सांस ली थी। उनकी 100वीं पुण्यतिथि देश-विदेश में मनाई जा रही है।
संगरूर के बख्शीवाला गांव में जन्मी और पड़ोसी गांव जखेपल के मान सिंह से विवाहित गुलाब कौर ग़दर देशभक्तों के साथ मनीला, फिलीपींस से अपने वतन आईं और आज़ादी का झंडा लहराते हुए ग़दरी गीत गाती रहीं। उन्होंने अपना पूरा जीवन ग़दरी देशभक्तों के साथ काम किया।
गांव कोटड़ा नौध सिंह के हरनाम सिंह टुंडीलाट, बाबा अमर सिंह और बाबा शिव सिंह के साथ गुलाब कौर ने इराद के आसपास के दर्जनों गांवों के ग़दरी देशभक्तों के साथ मिलकर आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाई थी। 
आज कोटला नौध सिंह के निवासियों, देशभक्त यादगार हॉल के प्रतिनिधिमंडल और गुलाब कौर के सपनों को पूरा करने के लिए काम कर रहे क्षेत्र के प्रतिनिधियों की बैठक गुलाब कौर और सभी देशभक्तों की सजदा और जसप्रीत कौर नंगल खिलारी के गीत के साथ शुरू हुई।
 माहिलपुर के नजदीकी गांव नंगल खिलारी के किसान नेता तलविंदर हीर ने कहा कि नगर कोटला नौध सिंह, देश भगत यादगार कमेटी जालंधर की विशेष पहल और क्षेत्र निवासियों के सहयोग का ऐतिहासिक महत्व है और उभरते युवा इस आयोजन से सुंदर जीवन की प्रेरणा लेंगे। 
देश भगत यादगार कमेटी के सहायक सचिव चरंजी लाल कंगनीवाल, सांस्कृतिक विंग के संयोजक अमोलक सिंह तथा वरिष्ठ ट्रस्टी सुरिंदर कुमारी कोछड़ ने कोटला नौध सिंह में इस आयोजन की यादगार भूमिका, ग़दर आंदोलन, बीबी गुलाब कौर, वर्तमान समय में उनके अद्वितीय बलिदान की प्रासंगिकता, हमारे समय में पूछे जा रहे सवालों के सामने ग़दरी देशभक्तों के उत्तराधिकारियों के कर्तव्यों पर चर्चा की। 
जननेता तलविंदर हीर के विशेष प्रयासों से कोटला नौध सिंह के ग़दरी बाबा अमर सिंह के पोते मास्टर जरनैल सिंह, ग़दरी बाबा शिव सिंह के पोते भूपिंदर सिंह, देश भगत यादगार कमेटी के तेजिंदर सिंह तथा सुरिंदर कुमारी कोछड़ को भी सम्मानित किया गया। इस समागम में मास्टर मदन लाल बुल्लोवाल, मास्टर शिंगारा सिंह, राजिंदर होशियारपुर, बलविंदर कुमार मनोली, मास्टर महिंदरपाल शाम चुरासी, गुरमेल सिंह जो इस कस्बे से सेवानिवृत्त हुए हैं, जिन्होंने लोगों में जागरूकता पैदा की और लोगों को गुलाब कौर के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, उपस्थित थे। 
उन्होंने इस आयोजन की सफलता के लिए अपना सहयोग देने और अन्य भाईचारे वाली संस्थाओं को भी जोड़ने का प्रयास करने का आश्वासन दिया। इस आयोजन को लेकर कस्बे के लोगों ने बहुत उत्साह दिखाया। उन्होंने निर्णय लिया कि गुलाब कौर की याद में शताब्दी समारोह को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।