जिला रेडक्रॉस के 'विंग्स' प्रोजेक्ट को मिला राज्य स्तरीय सम्मान

होशियारपुर - जिला रेड क्रॉस सोसायटी होशियारपुर द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रोजेक्ट 'विंगज' को अंतरराष्ट्रीय विकलांगता दिवस के अवसर पर पंजाब कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर (सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल कल्याण विभाग) द्वारा राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान इस परियोजना की असाधारण सफलता का प्रमाण है। इस परियोजना के तहत 12 विशेष बच्चों द्वारा 4 अलग-अलग स्थानों पर कैंटीन स्थापित की गई हैं।

होशियारपुर - जिला रेड क्रॉस सोसायटी होशियारपुर द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रोजेक्ट 'विंगज' को अंतरराष्ट्रीय विकलांगता दिवस के अवसर पर पंजाब कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर (सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल कल्याण विभाग) द्वारा राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान इस परियोजना की असाधारण सफलता का प्रमाण है। इस परियोजना के तहत 12 विशेष बच्चों द्वारा 4 अलग-अलग स्थानों पर कैंटीन स्थापित की गई हैं।
इन कैंटीनों में छात्रों और कर्मचारियों को उचित दरों पर उच्च गुणवत्ता वाला पौष्टिक भोजन जैसे चाय, कॉफी, समोसा, सैंडविच, राजमा-चावल, करी-चावल आदि उपलब्ध कराया जाता है। इस परियोजना ने न केवल इन विशेष बच्चों को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाया है बल्कि उनके सामाजिक जीवन को बेहतर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उपायुक्त कोमल मित्तल ने कहा कि ये कैंटीन पिछले 11 महीनों से 8000 से अधिक ग्राहकों को सेवाएं प्रदान कर रही हैं।
ये कैंटीन अपनी लागत काटने के बाद विशेष बच्चों को पारिश्रमिक भी दे रही हैं। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से विशेष बच्चों एवं सामान्य बच्चों में सकारात्मक सोच एवं संवेदनशीलता बढ़ी है। इस प्रोजेक्ट की सफलता को देखते हुए डिप्टी कमिश्नर ने घोषणा की कि इसी तरह की 'विंग्स' कैंटीन अन्य स्कूलों और कॉलेजों में भी खोली जाएंगी. इसके लिए उन्होंने लुधियाना बेवरेजेज (कोका-कोला) को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस परियोजना को प्रायोजित करके विशेष बच्चों के जीवन में नई रोशनी दी है।
 उपायुक्त ने कहा कि 'विंग्स' परियोजना की सफलता साबित करती है कि उचित मार्गदर्शन और समर्थन से विशेष बच्चे भी स्वतंत्र और मजबूत बन सकते हैं। इस परियोजना की सफलता साबित करती है कि सही मार्गदर्शन और समर्थन से विशेष बच्चे भी स्वतंत्र और मजबूत बन सकते हैं। इस परियोजना ने समाज में विशेष बच्चों के प्रति धारणा को बदलने का काम किया है। 'विंग्स' परियोजना के विशेष बच्चों ने उपायुक्त एवं रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव मंगेश सूद का धन्यवाद किया।
सावित्री देवी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसी उपलब्धि के बारे में कभी नहीं सोचा था. भावक, दिलवर और नीरज ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह उनके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ है. रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव मंगेश सूद ने बताया कि इस कैंटीन को 9 मानसिक रूप से विकलांग, 2 मूक-बधिर और 1 शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों द्वारा बहुत कुशलता से चलाया जाता है। उन्होंने आम जनता से ऐसे समाज कल्याण कार्यों में सहयोग की अपील की।