
रयात बाहरा द्वारा स्कूल ऑफ एमिनेंस गढ़शंकर में 'आत्म-अनुशासन' विषय पर प्रेरक सत्र आयोजित
होशियारपुर- रयात बाहरा द्वारा विद्यार्थियों के मानसिक, शारीरिक और नैतिक विकास को ध्यान में रखते हुए स्कूल ऑफ एमिनेंस गढ़शंकर में "आत्म-अनुशासन का स्वास्थ्य और जीवनशैली पर प्रभाव" विषय पर प्रेरक व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। इस दौरान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुखमीत बेदी ने मुख्य वक्ता के रूप में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
होशियारपुर- रयात बाहरा द्वारा विद्यार्थियों के मानसिक, शारीरिक और नैतिक विकास को ध्यान में रखते हुए स्कूल ऑफ एमिनेंस गढ़शंकर में "आत्म-अनुशासन का स्वास्थ्य और जीवनशैली पर प्रभाव" विषय पर प्रेरक व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। इस दौरान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुखमीत बेदी ने मुख्य वक्ता के रूप में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
डॉ. सुखमीत ने आत्म-अनुशासन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अनुशासित जीवन न केवल बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करता है, बल्कि मानसिक संतुलन, आत्मविश्वास और सकारात्मक जीवनशैली बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में छोटे-छोटे अनुशासनात्मक बदलाव लाकर बड़े परिणाम हासिल करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर स्कूल की प्रिंसिपल सीमा रानी ने रयात बाहरा प्रबंधन और विशेष रूप से कैंपस डायरेक्टर डॉ. चंद्र मोहन और डायरेक्टर हरिंदर जसवाल का धन्यवाद किया और कहा कि यह सत्र विद्यार्थियों के लिए बहुत ही रोचक और इंटरैक्टिव रहा। बच्चों ने अपने अनुभव साझा किए और कई प्रश्न पूछे, जिनका उत्तर डॉ. सुखमीत ने बहुत ही सरल और प्रेरणादायक तरीके से दिया।
