
लुधियाना में 20 फरवरी को पंजाबी कवि दर्शन खटकर को श्री प्रीतम सिंह बस्सी मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा - प्रो. गुरभजन सिंह गिल
लुधियाना 18 फरवरी- बी.सी. कल्चरल फाउंडेशन (रजिस्टर्ड) सरे (कनाडा) द्वारा स्वर्गीय डॉ. दर्शन गिल और उनके साथियों द्वारा पच्चीस साल पहले स्थापित स्वर्गीय श्री प्रीतम सिंह बस्सी अवार्ड पंजाबी लोक विरासत अकादमी के सहयोग से लुधियाना के गुजरांवाला गुरु नानक खालसा कॉलेज के प्रवासी साहित्य अध्ययन केंद्र में 20 फरवरी को पंजाबी कवि दर्शन खटकर को प्रदान किया जाएगा।
लुधियाना 18 फरवरी- बी.सी. कल्चरल फाउंडेशन (रजिस्टर्ड) सरे (कनाडा) द्वारा स्वर्गीय डॉ. दर्शन गिल और उनके साथियों द्वारा पच्चीस साल पहले स्थापित स्वर्गीय श्री प्रीतम सिंह बस्सी अवार्ड पंजाबी लोक विरासत अकादमी के सहयोग से लुधियाना के गुजरांवाला गुरु नानक खालसा कॉलेज के प्रवासी साहित्य अध्ययन केंद्र में 20 फरवरी को पंजाबी कवि दर्शन खटकर को प्रदान किया जाएगा।
कार्यक्रम के संयोजक प्रो. गुरभजन सिंह गिल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रख्यात क्रांतिकारी पंजाबी कवि श्री दर्शन खटकर को वर्ष 2024 के लिए श्री प्रीतम सिंह बस्सी साहित्य अवार्ड प्रदान करने के अवसर पर पंजाबी लोक विरासत अकादमी के महासचिव डॉ. गुरइकबाल सिंह दर्शन खटकर की साहित्यिक सेवा और जीवन पर मुख्य भाषण देंगे।
प्रो. गुरभजन सिंह गिल ने बताया कि दर्शन खटकड़ द्वारा 1971 में जेल जाने से पहले और जेल प्रवास के दौरान लिखी गई कविताएं 1973 में काव्य पुस्तक 'संगी साथी' के रूप में प्रकाशित हुई। 2010 में काव्य संग्रह 'उल्टे रुख परवाज़' ने नक्सली काव्य परंपरा की निरंतरता को प्रस्तुत किया और बाजारवादी प्रवृत्ति पर प्रहार किया। उनकी अन्य रचनाओं में दविंदर नौरा द्वारा संपादित '94 लेटर्स टू विलायत एंड मेमोरीज', सुखविंदर कंबोज रविंदर सेहरा और सुखविंदर गिल द्वारा संपादित 'दर्शन खटकड़: संघर्ष और कविता' और 2024 में मार्क्स की पहली पुस्तक 'पुंजी नू पढ़े पढ़े' प्रकाशित हुई।
उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार की स्थापना बीर बांसियां (जालंधर) में जन्मे और वर्तमान में कनाडा में रह रहे पंजाबी कवि मंगा सिंह बस्सी ने अपने पूज्य पिता और पंजाबी साहित्य अकादमी लुधियाना के संरक्षक स. प्रीतम सिंह बस्सी की स्मृति में की थी। इस पुरस्कार में 51,000 रुपये की नकद राशि, एक प्रशस्ति पत्र और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है। इस समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. वरयाम सिंह संधू होंगे, जबकि अध्यक्षता गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के पूर्व कुलपति डॉ. एस पी सिंह करेंगे।
बीसी कल्चरल फाउंडेशन के प्रतिनिधि मोहन गिल विशेष अतिथि होंगे। त्रैलोचन लोची दर्शन खटकर की कुछ रचनाएं गाएंगे। इस समारोह का सीधा प्रसारण मालवा टीवी पर किया जाएगा। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अरविंदर सिंह भल्ला और स्नातकोत्तर पंजाबी विभाग की प्रमुख प्रो. शरणजीत कौर ने पंजाबी प्रेमियों से इस समारोह में शामिल होने का अनुरोध किया है।
इस समारोह में स. इंद्रजीत सिंह बल, प्रो. जागीर सिंह काहलों (टोरंटो), अंग्रेज सिंह बराड़ (सरे), प्रो. रविंदर सिंह भट्टल और पंजाबी साहित्य अकादमी, लुधियाना के पूर्व अध्यक्ष डॉ. लखविंदर सिंह जौहल भी शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम का मंच प्रबंधन डॉ. तेजिंदर कौर द्वारा किया जाएगा, जो अप्रवासी साहित्य अध्ययन केंद्र की समन्वयक होंगी।
