आईएमए ने नियमित टीकाकरण और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की रोकथाम के लिए टीकाकरण पर सेमिनार आयोजित किया

होशियारपुर- आईएमए होशियारपुर द्वारा जिला अध्यक्ष डॉ. बलविंदरजीत सिंह के नेतृत्व में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की रोकथाम के लिए नियमित टीकाकरण और टीकाकरण पर सेमिनार आयोजित किया गया। जिसमें जालंधर आईएमए अध्यक्ष डॉ. भूटानी, एचपीवी वैक्सीन ड्राइव के लिए राज्य आईएमए समन्वयक डॉ. पूजा कपूर, सिटी चीफ गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. हरीश बस्सी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग, राष्ट्रीय बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य डॉ. राजिंदर शर्मा, आईएमए होशियारपुर सचिव डॉ. संदीप सिंह, कोषाध्यक्ष डॉ. अमित गुप्ता, वरिष्ठ सदस्य डॉ. कुलदीप सिंह और डॉ. केशव सूद आदि ने भाग लिया।

होशियारपुर- आईएमए होशियारपुर द्वारा जिला अध्यक्ष डॉ. बलविंदरजीत सिंह के नेतृत्व में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की रोकथाम के लिए नियमित टीकाकरण और टीकाकरण पर सेमिनार आयोजित किया गया। जिसमें जालंधर आईएमए अध्यक्ष डॉ. भूटानी, एचपीवी वैक्सीन ड्राइव के लिए राज्य आईएमए समन्वयक डॉ. पूजा कपूर, सिटी चीफ गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. हरीश बस्सी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग, राष्ट्रीय बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य डॉ. राजिंदर शर्मा, आईएमए होशियारपुर सचिव डॉ. संदीप सिंह, कोषाध्यक्ष डॉ. अमित गुप्ता, वरिष्ठ सदस्य डॉ. कुलदीप सिंह और डॉ. केशव सूद आदि ने भाग लिया। 
इस दौरान राष्ट्रीय मुख्यालय आईएमए ने सदस्यों को गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर और ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) के कारण होने वाले अन्य कैंसर और इसकी रोकथाम के लिए उपलब्ध एचपीवी वैक्सीन के बारे में जागरूक किया। 
इसके बाद जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग ने गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण के लिए वर्तमान टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा की तथा बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए पिछले कुछ वर्षों में यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किए गए नए टीकों के बारे में बताया। 
साथ ही, उन्होंने निमोनिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे सांस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए छोटे बच्चों के अभिभावकों से निमोनिया के लक्षणों के बारे में जागरूक रहने का अनुरोध किया। उन्होंने बाल रोग विशेषज्ञों से बच्चों में एनीमिया, विटामिन ए की कमी आदि को रोकने के लिए इसके बारे में जागरूक रहने की अपील की। 
उन्होंने यू-विन एप पर नियमित रूप से डिलीवरी का डाटा अपलोड करने के लिए निजी अस्पतालों का आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही, जन्म के समय नवजात शिशुओं के टीकाकरण, जन्म के एक घंटे के भीतर दिखाई देने वाले जन्मजात दोष की जांच तथा स्तनपान शुरू करने की रिपोर्ट एचएमआईएस पोर्टल पर अपलोड करने पर विशेष ध्यान देने को कहा। 
डॉ. पूजा कपूर ने सभी सदस्यों को प्रोत्साहित किया कि वे जहां भी मिलें एचपीवी से बचाव के लिए टीकाकरण के बारे में जानकारी साझा करें। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि समाज में इस बीमारी के बारे में जानकारी का बहुत अभाव है तथा रोकथाम के लिए उपलब्ध टीकों के बारे में भी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि 9 से 13 वर्ष तक छह माह के अंतराल पर केवल दो टीके ही सर्वाइकल कैंसर से बचाव करते हैं। 
लेकिन 14 वर्ष की आयु के बाद तीन टीके लगवाने होते हैं। ये टीके 45 वर्ष तक की महिलाओं को लगवाए जा सकते हैं। अंत में आईएमए के वरिष्ठ सदस्य नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. कुलदीप सिंह ने सेमिनार के दौरान हुई चर्चा का समापन करते हुए कहा कि समय की मांग है कि इस भयंकर बीमारी और इससे बचाव के टीके के बारे में सभी को जानने का अधिकार हो। 
उन्होंने सुझाव दिया कि आईएमए द्वारा टीमें बनाकर कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को इसके बारे में जानकारी दी जानी चाहिए, ताकि जिस तरह हम सभी अन्य टीकों के महत्व को जानते हैं, उसी तरह इस टीके के बारे में भी जागरूक हो सकें। उन्होंने सरकार से इसकी कीमत कम करने का भी अनुरोध किया, ताकि चेचक और पोलियो की तरह सर्वाइकल कैंसर को भी समाज से खत्म किया जा सके।