
रोटरी आई बैंक की बहुमूल्य सेवाओं से कॉर्निया ब्लाइंडनेस से मिल रही है रोशनी - प्रिंसिपल विद्या भल्ला
होशियारपुर - रोटरी आई बैंक एवं कॉर्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी ने 28 वर्षीय रशपाल सिंह निवासी गांव कडियाना (दसूहा) को रोशनी देने के बाद बाली हॉस्पिटल मॉडल के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में आंखों की पट्टी खोलने समारोह का आयोजन किया। टाउन में किया गया। इस मौके पर डीएवी स्कूल ऑफ एजुकेशन की प्रिंसिपल विद्या भल्ला मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहीं और सोसायटी के सचिव प्रिंसिपल डीके शर्मा ने मुख्य अतिथि और अतिथियों का स्वागत किया.
होशियारपुर - रोटरी आई बैंक एवं कॉर्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी ने 28 वर्षीय रशपाल सिंह निवासी गांव कडियाना (दसूहा) को रोशनी देने के बाद बाली हॉस्पिटल मॉडल के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में आंखों की पट्टी खोलने समारोह का आयोजन किया। टाउन में किया गया। इस मौके पर डीएवी स्कूल ऑफ एजुकेशन की प्रिंसिपल विद्या भल्ला मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहीं और सोसायटी के सचिव प्रिंसिपल डीके शर्मा ने मुख्य अतिथि और अतिथियों का स्वागत किया. वहीं सोसायटी के पदाधिकारी संजीव अरोड़ा, जेबी बहल और डॉ. जमील बाली ने मुख्य अतिथि श्रीमती विद्या भल्ला को फूलों के गुलदस्ते भेंट किए और 28 वर्षीय रशपाल सिंह की आंखों की पट्टी खोली गई और उन्हें रोशनी मिलने पर श्री विद्या भल्ला ने बधाई दी। .
इस मौके पर प्रिंसिपल विद्या भल्ला ने कहा कि रोटरी आई बैंक द्वारा कॉर्नियल ब्लाइंडनेस पीड़ितों को दी जाने वाली सेवा का कोई महत्व नहीं है। उन्होंने लोगों से नेत्रदान शपथ पत्र भरने के लिए आगे आने की अपील की ताकि हमारे जाने के बाद भी हमारी आंखें इस दुनिया को देखती रहें और उन्होंने कहा कि आज हमारा समाज ऐसे ही समाज सेवा संगठनों की ताकत से आगे बढ़ रहा है कहा कि किसी को रोशनी देकर नया जीवन देना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है और उन्होंने अपनी ओर से हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर अध्यक्ष संजीव अरोड़ा व चेयरमैन जेबी बहल ने कहा कि समाज का प्रत्येक सदस्य ईश्वर द्वारा दी गई इस जिम्मेदारी को निभा रहा है। क्योंकि मनुष्य जन्म मानवता के लिए उपयोगी है, इससे बढ़कर कोई दूसरा कार्य हो ही नहीं सकता। संजीव अरोड़ा ने कहा कि मृत्यु के बाद किसी व्यक्ति द्वारा दान की गई आंखों से दो अंधेरी जिंदगियों को रोशनी मिलती है और अब तक 4060 से अधिक कॉर्नियल ब्लाइंडनेस पीड़ितों को सोसायटी द्वारा रोशनी दी जा चुकी है।
इस मौके पर प्रोफेसर दलजीत सिंह और डॉ. जमील बाली ने कहा कि भारतीय सभ्यता के अनुसार कन्यादान के बाद माना जाने वाला महादान नेत्रदान है। तो मृत्यु के बाद इस यज्ञ में आहुति देकर पुन्न के भागीदार बनें और अपने जीवन को सार्थक बनाएं।
