
सिख नेशनल कॉलेज बंगा के प्रिंसिपल डॉ. तरसेम सिंह भिंडर ने डॉ. बख्शीश सिंह को सम्मानित किया
नवांशहर/बंगा- सिख नेशनल कॉलेज बंगा के एनएसएस विभाग द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविर का 29 दिसंबर 2024 को सफलतापूर्वक समापन हो गया। शिविर के अंतिम सत्र में डॉ. बख्शीश सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस सत्र की अध्यक्षता कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. तरसेम सिंह भिंडर ने की। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए पिछले कुछ दिनों में शिविर के दौरान गांव गुणाचौर में किए गए कार्यों की सराहना की
नवांशहर/बंगा- सिख नेशनल कॉलेज बंगा के एनएसएस विभाग द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविर का 29 दिसंबर 2024 को सफलतापूर्वक समापन हो गया। शिविर के अंतिम सत्र में डॉ. बख्शीश सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस सत्र की अध्यक्षता कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. तरसेम सिंह भिंडर ने की। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए पिछले कुछ दिनों में शिविर के दौरान गांव गुणाचौर में किए गए कार्यों की सराहना की और विद्यार्थियों को एनएसएस विभाग द्वारा प्रदान किए गए अवसरों का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया ताकि विद्यार्थी एक स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकें।
डॉ. बख्शीश सिंह जी ने स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें स्वयं और अपने आस-पास को प्राथमिकता देते हुए अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संकल्प दिलाया और उन्हें अच्छे इरादों के साथ यथासंभव ऐसे प्रयास जारी रखने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई तथा प्रवीण, गुरप्रीत सिंह, राहुल शर्मा, परमजीत सिंह, अमरदीप सिंह, सुखनीत कौर ने अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम अधिकारी प्रो. विपन जी ने कैंप की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
पूरे कैंप के दौरान चर्चा में भाग लेने वाले विद्यार्थियों में हंसवीर, राहुल शर्मा, सुखनीत कौर को सम्मानित किया गया, जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में सिद्धार्थ, किरण, कृतिका को सम्मानित किया गया तथा स्लोगन प्रतियोगिता में सुखमनवीर सिंह, मुस्कान तथा समर्थजीत सिंह को प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान के लिए सम्मानित किया गया। सर्वश्रेष्ठ वालंटियर का पुरस्कार प्रवीण राल (लड़के) तथा सिमरन (लड़कियां) को दिया गया। पूरे कैंप का नेतृत्व करने वाले अग्रणी वालंटियर के रूप में गुरप्रीत सिंह तथा माइकल को सम्मानित किया गया, जबकि संगीत में हरमन तथा कविता में सुखमन तथा दर्पण को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. निर्मलजीत कौर ने कैंप के दौरान हुए अनुभवों को साझा किया तथा मंच का संचालन भी किया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. विपन जी ने कैंप से जुड़े सभी लोगों का धन्यवाद किया। पूरे कैंप के दौरान वालंटियरों के लिए जलपान की व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया।
