
पंजाब सरकार पर अमृतपाल सिंह के खिलाफ साजिश रचने का आरोप।
अमृतसर, 20 अप्रैल - सांसद एवं अकाली दल के पंजाब संगठन प्रधान अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह तथा उनके समर्थकों ने आज यहां आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत अमृतपाल के खिलाफ लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की अवधि बढ़ा दी गई है तथा उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल में एकांत कारावास में रखा गया है, जिससे उनकी जान को खतरा है।
अमृतसर, 20 अप्रैल - सांसद एवं अकाली दल के पंजाब संगठन प्रधान अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह तथा उनके समर्थकों ने आज यहां आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत अमृतपाल के खिलाफ लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की अवधि बढ़ा दी गई है तथा उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल में एकांत कारावास में रखा गया है, जिससे उनकी जान को खतरा है।
इस बीच, वह पत्र भी आज सार्वजनिक कर दिया गया है जिसके जरिए अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने हाल ही में एनएसए का कार्यकाल बढ़ाने का आदेश दिया था। इसकी एक प्रति अमृतपाल सिंह को भी सौंप दी गई है तथा उनके हस्ताक्षर भी प्राप्त कर लिए गए हैं।
आज शाम यहां पत्रकार वार्ता के दौरान अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह, अमरजीत सिंह, हरभजन सिंह, गुरसेवक सिंह जवाहरके, जगनंदन बीर सिंह नारली, दविंदर सिंह हरीवाल, चाचा परगट सिंह, चाचा सुखचैन सिंह, पलविंदर सिंह व अन्य समर्थक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि बाकी सिखों की तरह उन्हें भी एनएसए अवधि समाप्त होने के बाद पंजाब लाया गया है। इसी तरह, 22 अप्रैल को अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए की अवधि समाप्त होने पर उसे पंजाब लाया जाना था, लेकिन अब समय से पहले ही एनएसए फिर से लगा दिया गया है, जो 23 अप्रैल से शुरू होगा।
इसका मुख्य कारण संगठन द्वारा 13 अप्रैल को तख्त श्री दमदमा साहिब में आयोजित पंथक सम्मेलन है, जिसमें एक विशाल समागम हुआ था और इस विशाल समागम ने भगवंत मान सरकार की नींद उड़ा दी है, जिसके परिणामस्वरूप सरकार ने डरकर उन पर दोबारा एनएसए लगा दिया है, जो उनके लोकतांत्रिक, धार्मिक और संवैधानिक अधिकारों का सीधा उल्लंघन है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस भी कानून के मुताबिक काम नहीं कर रही है। एक साजिश के तहत जानबूझकर उनका एनएसए बढ़ाया गया है और इसके तहत उन्हें असम के डिब्रूगढ़ जेल में आइसोलेट किया गया है, जो चिंता का विषय है।
