जन्मजात दोषों के लिए नवजात शिशु की जांच पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया

पटियाला, 12 मार्च- स्वास्थ्य विभाग पटियाला द्वारा एनेक्सी माता कुशलिया अस्पताल पटियाला में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत नवजात बच्चों में जन्मजात दोषों की जांच के संबंध में जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सा अधिकारियों और स्टाफ नर्सों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसे बाल विशेषज्ञ एवं राज्य प्रशिक्षक डॉ. रोबिन बंसल ने नवजात बच्चों में होने वाले विभिन्न जन्मजात दोषों के बारे में जानकारी दी।

पटियाला, 12 मार्च- स्वास्थ्य विभाग पटियाला द्वारा एनेक्सी माता कुशलिया अस्पताल पटियाला में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत नवजात बच्चों में जन्मजात दोषों की जांच के संबंध में जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सा अधिकारियों और स्टाफ नर्सों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसे बाल विशेषज्ञ एवं राज्य प्रशिक्षक डॉ. रोबिन बंसल ने नवजात बच्चों में होने वाले विभिन्न जन्मजात दोषों के बारे में जानकारी दी।
सिविल सर्जन डॉ. रमिंदर कौर ने पोस्टर जारी करते हुए जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है, इसी कड़ी के तहत आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में नवजात बच्चों में न्यूरल ट्यूब की जांच के बारे में जानकारी दी गई। दोष, डाउन सिंड्रोम, कटे होंठ और तालु, क्लब फुट, जन्मजात मोतियाबिंद, जन्मजात बहरापन, जन्मजात हृदय रोग आदि की जांच की जाएगी ताकि जन्म के समय ही जन्मजात दोषों का पता लगाया जा सके और उच्च स्वास्थ्य संस्थानों में रेफर किया जा सके। और बच्चे को आवश्यक इलाज निःशुल्क मिल सकेगा। सरकार का यह कदम बच्चों के जन्मजात दोषों को दूर कर स्वस्थ जीवन जीने और स्वस्थ पंजाब बनाने में बहुत मददगार होगा। इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी एवं नोडल अधिकारी स्कूल स्वास्थ्य डाॅ. गुरप्रीत कौर द्वारा घरों और स्वास्थ्य संस्थानों में जन्मे 0 से 6 सप्ताह सहित 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों, आंगनबाड़ियों में नामांकित 6 सप्ताह से 6 वर्ष और सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में नामांकित 6 से 18 वर्ष तक के 33 रोगों के बारे में जानकारी दी गई। दोष, बच्चों के रोग, बच्चों में शारीरिक कमियाँ, शारीरिक विकास में देरी और विकलांगता। जिन बीमारियों का इलाज स्वास्थ्य विभाग द्वारा उच्च सरकारी एवं प्रमाणित स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क किया जाता है। जिला स्कूल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आशीष शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के तहत सरकारी अस्पतालों और घरों में जन्म लेने वाले बच्चों और आंगनवाड़ी में नामांकित बच्चों और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 1 से 12 तक के बच्चों का साल में एक बार स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इस अवसर पर बच्चों के विशेषज्ञ डॉ. राजीव टंडन, डॉ. दीपक मौगा, जिला मास मीडिया अधिकारी कुलबीर कौर, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी भाग सिंह, स्कूल स्वास्थ्य समन्वयक चंदन महाजन और बिट्टू कुमार उपस्थित थे।