
कोरोना में अगर आप DOLO ले रहे हैं तो हो जाइए सावधान! असली सच्चाई सुनकर उड़ जाएंगे होश |
नई दिल्ली, 28 मई - कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों को DOLO 650 लेने की सलाह दी जा रही है। लेकिन क्या DOLO लेना ही कोरोना जैसे गंभीर संक्रमण का एकमात्र इलाज है? क्या इससे ठीक होना संभव है या इसके पीछे कुछ अहम संकेत छिपे हैं, जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं?
नई दिल्ली, 28 मई - कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों को DOLO 650 लेने की सलाह दी जा रही है। लेकिन क्या DOLO लेना ही कोरोना जैसे गंभीर संक्रमण का एकमात्र इलाज है? क्या इससे ठीक होना संभव है या इसके पीछे कुछ अहम संकेत छिपे हैं, जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं?
आपको बता दें कि DOLO बुखार को कम करता है लेकिन कोरोना वायरस को खत्म नहीं करता। इससे अंदरूनी तौर पर संक्रमण बढ़ सकता है। इसके लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना और डॉक्टर द्वारा बताई गई उचित दवाओं का सेवन करना जरूरी है। सिर्फ बुखार ही नहीं, सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश, स्वाद और गंध का न आना, कमजोरी जैसे लक्षण भी कोरोना में गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में DOLO खाना और बाकी लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
डॉक्टर से सलाह लें:
अगर आप कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं तो किसी योग्य डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही कोई दवा खाएं, ताकि किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
पर्याप्त आराम करें:
कोरोना के लक्षण दिखने पर शरीर को पर्याप्त आराम दें और खूब पानी का सेवन करें। ऐसा करना सेहत के लिए बेहद जरूरी है।
पेय पदार्थ पिएं:
कोरोना वायरस से बचने के लिए जितना हो सके नारियल पानी पीना चाहिए। इसके अलावा काढ़ा, सूप और हल्का खाना शरीर को रिकवर होने में मदद करता है।
विटामिन्स का सेवन करें:
कोरोना वायरस के दौरान डॉक्टर की सलाह के अनुसार विटामिन सी, डी, जिंक आदि का सेवन करें। आपको बता दें कि कोरोना को कभी भी हल्के में लेने की गलती न करें। डोलो केवल एक बुनियादी राहत देने वाली दवा है, इसका पूरा इलाज नहीं है। उचित इलाज और डॉक्टर की सलाह ही इस बीमारी से उबरने का सही तरीका है।
