
श्री गुरु हरि राय साहिब जी का प्रकाश पर्व श्रद्धापूर्वक उत्साहपूर्वक मनाया गया
एसएएस नगर, 22 फरवरी- श्री गुरु हरिराय साहिब जी की जयंती के संबंध में ऐतिहासिक गुरुद्वारा अंब साहिब में तीन दिनों (20 से 22 फरवरी) तक चलने वाला वार्षिक जुड़ मेला आज श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान पंथ प्रसिद्ध रागी, ढाडी और प्रचारकों ने दिन भर श्री गुरु हरिराय साहिब जी के जीवन और शिक्षाओं को साझा किया।
एसएएस नगर, 22 फरवरी- श्री गुरु हरिराय साहिब जी की जयंती के संबंध में ऐतिहासिक गुरुद्वारा अंब साहिब में तीन दिनों (20 से 22 फरवरी) तक चलने वाला वार्षिक जुड़ मेला आज श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान पंथ प्रसिद्ध रागी, ढाडी और प्रचारकों ने दिन भर श्री गुरु हरिराय साहिब जी के जीवन और शिक्षाओं को साझा किया।
इस अवसर पर आज अंतिम चरण के गुरमति समारोह में भाग लेने आए तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने श्री गुरु हरिराय साहिब जी को उनकी जयंती की बधाई दी और कहा कि आजकल सिख समुदाय को राजनीतिक और बौद्धिक रूप से जागरूक। सबसे पहले, अपने धार्मिक पक्ष को मजबूत करने की आवश्यकता है, जो ध्यान को अपनाकर अपनी सूरत को उच्च भावना में ढालकर ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि चूंकि श्री गुरु हरिराय साहिब जी हर समय अपने साथ 2200 घुड़सवारों की सेना तैयार रखते थे, इसलिए उनसे हमें सांसारिक और आध्यात्मिक रूप से हर समय सतर्क और सावधान रहने की प्रेरणा मिलती है।
इस अवसर पर बोलते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि श्री गुरु हरिराय साहिब जी ने हमें गुरबाणी के प्रति सम्मान का सबसे बड़ा सिद्धांत दिया है। उन्होंने कहा कि सातवें राजा का पूरा जीवन निर्देशित होता है। पर्यावरण के प्रति उनका प्रेम और मरीजों के लिए खोले गए औषधालय हमें सेवा करने और स्वस्थ रहने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने संघर्षरत किसानों और सरकार के दमन की निंदा करते हुए कहा कि यह सब पंजाब को हर क्षेत्र में अस्थिर करने की साजिश का हिस्सा है.
इससे पहले ज्ञानी सुखजिंदर सिंह नूह अंबाले और भाई गुरनाम सिंह मोही के ढाडी जत्थे ने ऐतिहासिक गीतों से संगत को निहाल किया। भाई गुरकीरत सिंह, भाई अमनदीप सिंह, भाई दविंदर सिंह, भाई कमलजीत सिंह, भाई करनैल सिंह, भाई दविंदर सिंह, भाई शौकीन सिंह, भाई सुखजिंदर सिंह, भाई सुखजीत सिंह, भाई शमनदीप सिंह, भाई सुरिंदर सिंह, भाई उंकार सिंह, भाई जगतार सिंह, भाई सतनाम सिंह और भाई हरजीत सिंह मोहाली के कीर्तनी जत्थों ने दिव्य गुरबाणी से संगत को निहाल किया।
दो दिवसीय गुरमत कार्यक्रम के दौरान सुखमनी साहिब सोसायटी गु श्री अंब साहिब, भाई अमरजीत सिंह मोहाली वाले, भाई लखविंदर सिंह चंडीगढ़ वाले, गुरशब्द प्रचार सभा अकाल आश्रम, माता सुंदर कौर सर्ब समाहिन सेवा सोसायटी, भाई अमृतपाल सिंह ताज एसएएस नगर, भाई जसमिंदर सिंह बॉम्बे वाले, भाई हरजीत सिंह मोहाली वाले, भाई सुखजीत सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, भाई शमनदीप सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, भाई सुरिंदर सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, भाई ऊंकार सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, भाई जगतार सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, सिंह साहिब जी अमरजीत सिंह अतिरिक्त प्रमुख ग्रंथी श्री दरबार साहिब, भाई देविंदर सिंह खालसा अकाल आश्रम सोहाना वाले, भाई सतनाम सिंह कुहारका हजूरी रागी दरबार साहिब ने कथा और कीर्तन के माध्यम से लोगों को गुरबाणी से जोड़ने का प्रयास किया। कार्यक्रम के दौरान गुरु का लंगर बरताया गया।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा सचखंड श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर के अतिरिक्त मुख्य रजिस्ट्रार ज्ञानी अमरजीत सिंह, शिरोमणि समिति के महासचिव भाई राजिंदर सिंह मेहता, शिरोमणि समिति के जूनियर उपाध्यक्ष गुरबख्श सिंह खालसा, पूर्व शिक्षा मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा, प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा, शिरोमणि समिति कार्यकारी समिति सदस्य एडवोकेट परमजीत कौर लौदरां, अजमेर सिंह खेड़ा, चरणजीत सिंह कालेवाल (दोनों शिरोमणि समिति सदस्य), परविंदर सिंह सोहाना मुख्य सेवादार सोरोमणि अकाली दल निर्वाचन क्षेत्र मोहाली, शिरोमणि अकाली दल महासचिव कर्नल सिंह पीर मुहम्मद, श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय के मीडिया सलाहकार तलविंदर सिंह बुट्टर, महिला अकाली नेता बीबी कुलदीप कौर कंग, एडवोकेट सिमरनजीत सिंह चंदूमाजरा, गुरुद्वारा अंब साहिब के मैनेजर अमरजीत सिंह जिंदबाड़ी, कथावाचक ज्ञानी चरणजीत सिंह, हरविंदर सिंह फ्लाइंग ऑफिसर, गुलविंदर सिंह गुरुद्वारा इंस्पेक्टर, परमजीत सिंह गुरुद्वारा इंस्पेक्टर, इंजीनियर सरबजीत सिंह माहोल, सुरिंदर सिंह किशनपुरा, सरबजीत सिंह पारस, कमलजीत सिंह रूबी अध्यक्ष (शहरी), गुरुद्वारा समन्वय समिति मोहाली के सभी सदस्य, हरजिंदर सिंह सूरी, जगजीत सिंह अकाउंटेंट, चरणजीत भी शामिल हुए। इस अवसर पर अमृत संचार भी आयोजित किया गया।
उधर, निकटवर्ती गांव सोहाना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में सातवें पतिशाह धन धन श्री गुरु हरि राय साहिब जी महाराज का प्रकाश पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। प्रकाश पर्व की खुशी में सुबह श्री सहज पाठ साहिब जी के भोग के बाद गुरमत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस गुरमत कार्यक्रम में भाई गुरनाम सिंह मोही के अंतरराष्ट्रीय पंथक ढाडी जत्था ने ब्रिटिश संगत को श्री गुरु हरि राय साहिब जी के जीवन के बारे में विस्तार से बताया। भाई गुरविंदर सिंह के रागी जत्थे ने रस भजने कीर्तन के माध्यम से भक्तों को गुरु से जोड़ने का प्रयास किया। शिरोमणि प्रचारक भाई जतिंदर सिंह दमदमी टकसाल वाली ने संगत को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज जी में दर्ज श्लोकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इसके अलावा भाई ओंकार सिंह, भाई कमलजीत सिंह, भाई सिमरनजीत सिंह, भाई कुलविंदर सिंह, हरजस कीर्तनी जत्था, अकाल क्विशरी जत्था, सुखमनी सेवा सोसायटी की महिलाएं, भाई जगरूप सिंह, भाई अमरजीत सिंह, भाई बलजीत सिंह, भाई सुखविंदर सिंह, भाई हरबीर सिंह के जत्थे, भाई इंद्रजीत सिंह, भाई जसवन्त सिंह, भाई गुरमीत सिंह और भाई हरबख्श सिंह के अलावा गुरुद्वारा सिंह शहीद के उपस्थित जत्थों ने पूरे दिन कथा, कीर्तन, कविश्री और गुरमति विचारों के माध्यम से हरि जस सुनाकर संगतों को निहाल किया। सभी जत्थों को सिरोपाओ देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गुरु का लंगर बरताया गया।
