
पीईसी 18 से 23 दिसंबर, 2023 तक एक सप्ताह का एसटीसी आयोजित कर रहा है
चंडीगढ़: 20 दिसंबर, 2023: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, (मानित विश्वविद्यालय), चंडीगढ़ में 18 से 23 दिसंबर, 2023 के इस हफ़्ते दौरान एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ के सहयोग से 'शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षण पद्धति' पर एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त एक सप्ताह के एसटीसी का आयोजन कर रहा है। आज, मंगलवार को इस समारोह का आधिकारिक तौर पर शुभारम्भ किया गया।
चंडीगढ़: 20 दिसंबर, 2023:
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, (मानित विश्वविद्यालय), चंडीगढ़ में 18 से 23 दिसंबर, 2023 के इस हफ़्ते दौरान एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ के सहयोग से 'शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षण पद्धति' पर एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त एक सप्ताह के एसटीसी का आयोजन कर रहा है। आज, मंगलवार को इस समारोह का आधिकारिक तौर पर शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री प्रतीक किशोर जी ने प्रोफेसर भोला राम गुर्जर, निदेशक, एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़; प्रो. बलदेव सेतिया, निदेशक, PEC; प्रोफेसर सुनीत दत्त, पाठ्यक्रम अध्यक्ष, एनआईटीटीटीआर और डॉ. अमनदीप कौर, पाठ्यक्रम समन्वयक, एनआईटीटीटीआर के साथ अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। प्रो.वसुंधरा सिंह, (डीन फैकल्टी अफेयर्स), जो कि इस एसटीसी कार्यक्रम की कोर्स अध्यक्ष हैं, उन्होंने डॉ. निधि तनवर और डॉ. शिमी एसएल के साथ इस ने पूरे कार्यक्रम का कार्यभार संभाला।
डॉ. अमनदीप कौर, कोर्स कोऑर्डिनेटर, एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ ने बताया कि सीखने के माहौल किस तरह का होना चाहिए, और कैसा माहौल एक शिक्षक अपने छात्रों के लिए बना सकता है। छात्रों तक जानकारी साझा करने और पहुंचाने का तरीका, किस तरह का होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि, ''छात्र शिक्षक का केंद्रबिंदु है, जिसे वे संबोधित करने जा रहे हैं, और हमें छात्रों के लिए सर्वोत्तम संभव तरीका ही चुनना होगा।''
प्रो.वसुंधरा सिंह (डीएफए) ने PEC के लाहौर से चंडीगढ़ तक के शानदार सफर को बयां किया। उन्होंने PEC में संचालित बेस्ट प्रैक्टिसेस के बारे में भी जानकारी दी। PEC के संकाय, छात्र, पाठ्यक्रम, कार्यक्रम, गतिविधियाँ, सभी के बारे में उन्होंने बताया।उन्होंने PEC परिवार का हिस्सा बनकर ख़ुद को सम्मानित भी महसूस किया।
एनआईटीटीटीआर के पाठ्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर सुनील दत्त ने एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने संस्थान में आयोजित सर्वोत्तम गतिविधियों का सारांश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक सप्ताह एसटीसी पीईसी और एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ के बीच संबंधों को मजबूत करेगा।
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक प्रो. बलदेव सेतिया जी ने शिक्षकों के लिए इस एक सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम के संचालन के लिए आयोजन समिति और एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह एक बार फिर से कक्षा में बैठने का अवसर है। शिक्षण के क्षेत्र में विशेषज्ञों से प्रशिक्षण प्राप्त करना। अंत में, उन्होंने नए भर्ती किए गए सभी संकाय सदस्यों के साथ-साथ सभी संकाय सदस्यों के लिए इस तरह के प्रशिक्षण दृष्टिकोण के लिए भी कहा।
इसके अलावा, एनआईटीटीटीआर के निदेशक प्रोफेसर भोला राम गुर्जर ने अपने छात्र जीवन के कुछ अनुभव साझा किए। उन्होंने ऐसे प्रशिक्षण सत्रों की आवश्यकता भी बताई। तेजी से बढ़ती प्रौद्योगिकी के साथ, शिक्षकों को अद्यतन रहने की आवश्यकता है। उन्होंने एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ के सहयोग से इस एसटीसी कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रोफेसर बलदेव सेतिया को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टीबीआरएल के निदेशक श्री प्रतीक किशोर ने कहा कि, यह ट्रांसफॉर्मेशन एक्सप्लोसिव का युग है। हमें छात्रों से जुड़ने के तरीके पर फिर से विचार करना होगा। तकनीकी बदलावों के साथ फैकल्टी को चुस्त होने की जरूरत है। उन्होंने ऐसा कहा. ''क्लासरूम इंजीनियर से फील्ड इंजीनियर में परिवर्तन शिक्षकों के हाथ में है।''
अंत में, डॉ. शिमी एस.एल. ने डॉ. निधि तंवर सहित सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का समापन बड़े उत्साह और हर्षोउल्लास के साथ हुआ।
