देशभक्तों के आदर्श शहीद करतार सिंह सराभा के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि समारोह

माहिलपुर, (16 नवंबर) - पंजाब की पवित्र भूमि को करतार सिंह सराभा, शहीद-ए-आजम भगत सिंह, उधम सिंह सुनाम जैसे महान क्रांतिकारी शहीदों की जन्मस्थली होने का गौरव प्राप्त है।

माहिलपुर, (16 नवंबर) - पंजाब की पवित्र भूमि को करतार सिंह सराभा, शहीद-ए-आजम भगत सिंह, उधम सिंह सुनाम जैसे महान क्रांतिकारी शहीदों की जन्मस्थली होने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने पूरे देशवासियों के सामने सर्वोच्च बलिदान दिया, यातनाएं सहन कीं, युवाओं पर अत्याचार किया काले पानी में, निर्वासन का दुःख सहन किया, घरों को बंद कर दिया और तब तक लड़ते रहे जब तक कि उनके देश के लोगों को आजादी नहीं मिल गई। वे महान क्रांतिकारी शहीदों में से करतार सिंह सराभा, जो केवल 19 वर्ष के थे, ने 16 नवंबर 1915 को अपने गले में फंदा डाला और अपने देश को आजाद कराने की खातिर शहादत का जाम पिया को हर साल श्रद्धांजलि दी जाती है। इसी के तहत माहिलपुर चबेवाल क्षेत्र के संयुक्त किसान मोर्चा के समर्थकों ने अपने महान क्रांतिकारी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की। और अपने पूर्वजों के महान शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके दिखाए रास्ते पर चलने और देश की एकता और अखंडता को बचाने के लिए प्रयासरत रहने का संकल्प लिया। योधबीर सिंह, जुझार सिंह मेहना, खुशवंत सिंह बैंस, मनी बिहाला, सत्ता हवेली, अमनदीप सिंह, जसविंदर सिंह बंगा, मलकीत सिंह, सुखदेव सिंह संघा, अवतार लंगेरी, जसवीर शीरा, कुँवररीत सिंह, गुरनाम सिंह मौजूद थे।