निर्मल कुटिया टूटोमजारा में गुरमति आयोजन के तहत महापुरुषों की याद में अखंड पाठों की श्रृंखला शुरू हुई।

माहिलपुर, (11 नवंबर) निर्मल कुटिया टूटोमजारा जन्म स्थान पर धन्य श्री गुरु नानक देव महाराज जी के 555वें प्रकाश पर्व, ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह जी की 24वीं वर्षगांठ, संत बाबा सतनाम जी की जयंती के उपलक्ष्य में संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी की 14वीं पावन एवं हार्दिक स्मृति के उपलक्ष्य में आज श्री अखंड पाठों की श्रृंखला प्रारंभ की गई।

माहिलपुर, (11 नवंबर) निर्मल कुटिया टूटोमजारा जन्म स्थान पर धन्य श्री गुरु नानक देव महाराज जी के 555वें प्रकाश पर्व, ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह जी की 24वीं वर्षगांठ, संत बाबा सतनाम जी की जयंती के उपलक्ष्य में संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी की 14वीं पावन एवं हार्दिक स्मृति के उपलक्ष्य में आज श्री अखंड पाठों की श्रृंखला प्रारंभ की गई। इस संबंध में जानकारी देते हुए इस तीर्थ के मुख्य व्यवस्थापक संत बाबा मक्खन सिंह जी एवं उनके सहयोगी संत बाबा बलबीर सिंह जी शास्त्री ने कहा कि वार्षिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंडलेश्वर स्वामी नारायण गिरि जी के नेतृत्व में हरिद्वार एवं वृन्दावन से संत मंडली निर्मल कुटिया टूटोमजारा पहुंची है. महान संतों के आगमन से यह क्षेत्र आध्यात्मिक रंग में रंगमय हो गया है। उन्होंने बताया कि 21 नवंबर को मुख्य कार्यक्रम होगा। 20 नवंबर को विशाल नगर कीर्तन निकाला जाएगा। 14 नवंबर को रात के दीवान में भाई गुरनेक सिंह स्करूली वाले और भाई चरणजीत सिंह हल्लूवाले शामिल होंगे। कथा कीर्तन के माध्यम से भक्त इस ब्रह्मांड के कण-कण अकाल पुरख से रूबरू होंगे। इसी तरह रात्रि दीवान में 15 नवंबर को संत बाबा बलवीर सिंह वैरागी जालंधर वाले, 16 नवंबर को संत बाबा हरि सिंह जी रंधावे, 17 नवंबर को संत बाबा कुलदीप सिंह नानकसर मजारी, 18 नवंबर को संत बाबा हरजीत सिंह मंडी गोबिंदगढ़। 19 नवंबर को संत बाबा बलवीर सिंह शास्त्री जी रात्रि के दीवान में कथा कीर्तन करेंगे और संगत को संतों के परोपकारी कार्यों से अवगत कराएंगे। जानने के लिए गुर का इतिहास उन्होंने बताया कि इस घटना को ध्यान में रखते हुए कनाडा, अमेरिका और इंग्लैंड से श्रद्धालु सेवा करने के लिए निर्मल कुटिया जन्म स्थान संत बाबा दलेल सिंह टुटोमजारा पहुंचे हैं।