बिल्डिंग के रिनोवेशन के नाम पर चिल्ड्रेन होम ब्वॉयज होशियारपुर में रह रहे बच्चों को लुधियाना चिल्ड्रन होम में शिफ्ट करने की तैयारी कर ली गई है

19 बेसहारा बच्चों की शिक्षा और उनके संवैधानिक अधिकारों की उपेक्षा को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज।

19 बेसहारा बच्चों की शिक्षा और उनके संवैधानिक अधिकारों की उपेक्षा को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज।
गढ़शंकर 01 नवम्बर- निराश्रित बच्चों के कल्याण के नाम पर राम कॉलोनी कैंप में बाल गृह के भवन के नवीनीकरण के संबंध में, 19 भर्ती बच्चों को बाल गृह लुधियाना में स्थानांतरित करने की तैयारी कर ली, का पता चलने पर सामाजिक सुरक्षा एवं पंजाब सरकार की महिलाओं ने बाल विभाग मंत्रालय की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बच्चों को शिफ्ट करने से बच्चों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
उन्होंने बताया कि बाल गृह में करीब 19 बच्चे हैं और वे अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में पढ़ते हैं और इस बात से बच्चे भी निराश हैं और बच्चे 18 साल की उम्र तक यहीं रहते हैं.
जहां बच्चों को शुरू से ही सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। धीमान ने कहा कि अगर उस भवन का नवीनीकरण करना है तो उसका बच्चों से क्या लेना-देना।
धीमान ने कहा कि पंजाब में पहले ही  7 बाल गृह हैं। होशियारपुर के बाल गृह बालकों के शिफ्ट होने से इनकी संख्या घटकर 6 रह जाएगी। उन्होंने कहा कि असली वजह होशियारपुर में स्टाफ की कमी है। कुल 18 पदों में से केवल 4 भरे हुए हैं और 14 खाली हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन सरकार अपनी हरकतें छिपा रही है. क्या सरकार के पास असहाय बच्चों के लिए पैसे और स्टाफ की कमी है.
धीमान ने कहा कि शिफ्टिंग से पहले शहरी लोगों और बच्चों की भावनाओं को जानना जरूरी है और सरकार को अपने तानाशाही फैसले बच्चों से दूर रखना चाहिए।
धीमान ने कहा कि होशियारपुर के नए बाल गृह बालक राम कॉलोनी कैंप में काफी जगह है, वहां नई बिल्डिंग बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि वहां के मेहनती स्टाफ उन बच्चों को अपने बच्चों की तरह मानते हैं. पंजाब सरकार का यह फैसला पूरी तरह से तानाशाहीपूर्ण है। बात लोकतंत्र की कर रहे हैं और उन नियमों के खिलाफ काम कर रहे हैं. धीमान ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को ईमेल कर तुरंत बच्चों की भावनाओं से खिलवाड़ बंद करने की अपील की। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे होशियारपुर में चल रहे बाल गृह बालकों को बचाने के लिए एकजुट हों। इस संबंध में सामाजिक व राजनीतिक पार्टियों को तुरंत लिखित मांग पत्र दिया जाएगा और बाल गृह बालकों को होशियारपुर से बाहर न जाने दिया जाए।