
मानवता के कल्याण के लिए दुनिया भर के देशों के बीच अच्छे संबंधों की जरूरत है, न कि लोगों की जान लेने वाले युद्धों की - तलविंदर हीर।
होशियारपुर - कश्मीर के पहलगाम में मारे गए निर्दोष पर्यटकों की मौत ने विश्व भर के मानवतावादी, न्यायप्रिय और शांतिप्रिय संवेदनशील लोगों को गहरे सदमे और गहन चिंतन में डाल दिया। इस अमानवीय एवं जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा करने, मारे गए पर्यटकों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करने तथा दोषियों को सख्त सजा देने की मांग को लेकर हर तरफ से आवाज उठी।
होशियारपुर - कश्मीर के पहलगाम में मारे गए निर्दोष पर्यटकों की मौत ने विश्व भर के मानवतावादी, न्यायप्रिय और शांतिप्रिय संवेदनशील लोगों को गहरे सदमे और गहन चिंतन में डाल दिया। इस अमानवीय एवं जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा करने, मारे गए पर्यटकों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करने तथा दोषियों को सख्त सजा देने की मांग को लेकर हर तरफ से आवाज उठी।
फिर पता नहीं क्यों देश की जनता के जीवन और संपत्ति को और भी गंभीर खतरे में डालने के लिए युद्ध जैसा माहौल बनाया गया। पहलगाम की घटना से लोग दुखी और चिंतित थे; ऊपर से इतिहास से युद्ध के भयानक परिणामों को जानते हुए जीवित लोग लाशां बन सुन हो कर रह गए।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध और फिलिस्तीनी नागरिकों पर हो रहे क्रूर अत्याचारों की तस्वीरें हर समझदार नागरिक की आंखों के सामने आने लगीं। ऊपर से आग में घी डालने वाले हथियारों के सौदागरों साम्राज्यवादी घड़म चौधरीयों के षडयंत्रों का भय सताने लगा। पहलगाम नरसंहार, जो एक भीषण युद्ध आपदा थी, का विरोध करने या उसका समाधान करने के लिए अन्य निर्दोष नागरिकों को मौत के कगार पर धकेलना उचित नहीं है।
यंगबाज़ों द्वारा हिरोशिमा और नागासाकी के विनाश को याद करते हुए आइये, यंगबाज़ों और हथियार-विक्रेताओं को कोसें, ताकि हमारा आकाश बमों और गोलों से मुक्त हो जाए और शांति बहाल हो। आइए हम उन फेसबुकिया मूर्खों की बात न सुनें जो मानवता के दुश्मन हैं और अफवाहें तथा भड़काऊ बातें फैलाते हैं। विश्व शांति और सुरक्षा की स्थापना घातक हथियारों से लड़े गए युद्धों से नहीं, बल्कि दुनिया भर के देशों के बीच अच्छे संबंध स्थापित करने से होगी।
यह अच्छी बात है कि हाल में खतरा टल गया है। लेकिन देश की जनता की आशाओं और विश्वास पर खरा उतरने के लिए शांति बहाल करने हेतु अधिकतम प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। आइए हम सब मिलकर दुनिया भर में चल रहे युद्धों को रोकने और मानवता को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करें।
