
गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब (पाकिस्तान) में कवि दरबार।
चढ़दे और लहिन्दे पंजाब के कवियों की अंतरराष्ट्रीय संस्था "साझीं बैठक पंजाब दी" ने बाबा जुल्फकार हुसैन हाशमी के नेतृत्व में पाकिस्तान के जिला नरोवाल की तहसील शार्कगढ़ में गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में एक कवि दरबार का आयोजन किया
चढ़दे और लहिन्दे पंजाब के कवियों की अंतरराष्ट्रीय संस्था "साझीं बैठक पंजाब दी" ने बाबा जुल्फकार हुसैन हाशमी के नेतृत्व में पाकिस्तान के जिला नरोवाल की तहसील शार्कगढ़ में गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में एक कवि दरबार का आयोजन किया, जिसमें चढ़दे पंजाब से रणजीत आज़ाद कांजला, मेवा सिंह रोडिया, कुलवंत कौर, बलवीर सिंह स्नेही, नवजोत कौर भुल्लर, जसवीर कौर, सुरिंदर कौर सराय, जसविंदर सिंह जस्स, रविंदर कौर उप्पल, सिमरजीत ग्रेवाल, हरबंस कौर धालीवाल, दविंदर ढिल्लों, राजविंदर कौर, गुरिंदर कपूर , नरिंदर कौर, दलजीत कौर मावी, बीबी लाजवंती, गुरशरण सिंह, गुरदर्शन मावी, नरंजन सिंह गिल, इंद्रजीत सिंह, लखवीर सिंह, स्वर्ण सिंह, सुखवीर सिंह भुल्लर, मनमोहन सिंह उप्पल, जसवीर सिंह झबल, और लहिन्दे पंजाब से बाबा जुल्फकार हुसैन हाशमी (मुख्य मॉडरेटर) ) , डॉ. इकबाल नदीम, बूटा शाकिर हनी हंजारा, आयशा मुसरत चीमा, गुलफाम नदीम चीमा,, चाचा भट्ट, चौधरी राणा, नदीम राणा, जैद जट्ट, जावेद मूसापुरी, अकरम संधू, ताहिर महमूद, तनसीम कारिसी, मुनवर बाजवा, बशीर, डॉ. नदीम शामिल हुए। कवि दरबार के अंत में बाबा हाशमी ने सभी भाग लेने वाले कवियों को "शेरे-ए-पंजाब" पुरस्कार से सम्मानित किया और सभी कवियों को परंदे, पंजाबी जूते और चूड़ियाँ भेंट कीं। सचमुच, यह कवि दरबार एक यादगार बन गया जो लंबे समय तक यादों में रहेगा।- रंजीत आजाद कांझला
