
दर्पण साहित्य सभा सेला खुर्द की मासिक बैठक हुई
दर्पण साहित्य सभा सैला खुर्द की मासिक बैठक रेशम चित्रकार की अध्यक्षता में एसएसएस पद्दी सूरा सिंह में हुई। बैठक की शुरुआत में प्रसिद्ध पंजाबी साहित्यकार हरभजन हुंदल, शिव नाथ, सुबेग सधार, देस राज काली और हरजिंदर बल को श्रद्धांजलि दी गई।
गढ़शंकर 5 सितंबर (बलवीर चौपरा) दर्पण साहित्य सभा सैला खुर्द की मासिक बैठक रेशम चित्रकार की अध्यक्षता में एसएसएस पद्दी सूरा सिंह में हुई। बैठक की शुरुआत में प्रसिद्ध पंजाबी साहित्यकार हरभजन हुंदल, शिव नाथ, सुबेग सधार, देस राज काली और हरजिंदर बल को श्रद्धांजलि दी गई। सभा के सचिव सोहन सिंह सुनी ने विरक्त साहित्यकारों के साहित्यिक योगदान पर विस्तृत चर्चा की। सोहन टोनी ने अपनी बुलंद आवाज़ में जनपक्षधर भाषणों से लेखन का दौर शुरू किया। युवा कवि तरणजीत ने गरीबों की समस्याओं पर केंद्रित अपनी कविता बरसात का पाठ किया. रणजीत पोसी की ग़ज़लों और कविताओं में दलित समाज की समस्याओं पर भी बात होती थी। सतनाम जस्सोवाल ने अपनी रूखी, काव्यात्मक रचनाएं प्रस्तुत कर वर्तमान व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किये। शाम सुंदर ने अपनी गजलों के जरिए लोगों के मन में सिस्टम के प्रति उपजे गुस्से को बयां किया. कवि बहादुर कंवल ने अपने अंदाज में गहरी गंभीर कविता प्रस्तुत की। अंत में गजलगो सिल्क पेंटर ने अपनी दमदार शायरी पेश कर खूब रंग जमाया. प्रधानाचार्य कृपाल सिंह ने उपस्थित दर्शकों एवं साहित्यकारों का आभार व्यक्त किया।
