डिप्टी कमिश्नर ने रेडक्रॉस के माध्यम से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के आदेश दिए

साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 3 जुलाई: डिप्टी कमिश्नर-कम-अध्यक्ष, जिला रेडक्रॉस सोसायटी श्रीमती कोमल मित्तल ने जिला रेडक्रॉस सोसायटी को विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कदम उठाने के आदेश दिए हैं। सोसायटी की नई पहल ‘विंग्स’ के तहत ये कदम उठाए जाएंगे ताकि ऐसे बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो सकें और अपनी वित्तीय जरूरतों के लिए स्वतंत्र हो सकें।

साहिबजादा अजीत सिंह नगर, 3 जुलाई: डिप्टी कमिश्नर-कम-अध्यक्ष, जिला रेडक्रॉस सोसायटी श्रीमती कोमल मित्तल ने जिला रेडक्रॉस सोसायटी को विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कदम उठाने के आदेश दिए हैं। सोसायटी की नई पहल ‘विंग्स’ के तहत ये कदम उठाए जाएंगे ताकि ऐसे बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो सकें और अपनी वित्तीय जरूरतों के लिए स्वतंत्र हो सकें।
आज अपने कार्यालय में विशेष आवश्यकता वाले तीन ऐसे बच्चों और उनकी माताओं के साथ उनके भविष्य पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जब ये बच्चे वयस्क हो जाएं तो उनका भविष्य आर्थिक रूप से सुरक्षित करना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। 
उन्होंने कहा कि पहले चरण में जिला रेडक्रॉस सोसायटी इन तीनों बच्चों के लिए संयुक्त रूप से एक शिक्षण संस्थान में ट्रायल बेसिस पर ‘टक शॉप’ खोलेगी, जहां वे कन्फेक्शनरी से संबंधित उत्पाद बेचकर अपनी आय का स्रोत सुनिश्चित कर सकेंगे। 
आज उन्होंने जिन तीन विशेष आवश्यकता वाले वयस्कों से मुलाकात की, उनमें सरबजीत सिंह शहीद मेजर हरमिंदर सिंह सरकारी कॉलेज, फेज 6, मोहाली से बीबीए कर रहे हैं और उन्होंने विशेष बच्चों के लिए आयोजित दौड़ में दो स्वर्ण पदक भी जीते हैं। वे बहुत अच्छे तबला वादक भी हैं। 
जबकि जगतेश्वर सिंह ओपन स्कूल के माध्यम से 10+2 की पढ़ाई पूरी करने के बाद अब विशेष बच्चों के लिए आयोजित स्पेशल ओलंपिक की राष्ट्रीय साइकिलिंग प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं। वे इससे पहले राज्य स्तरीय प्रतियोगिता जीत चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने कंप्यूटर कोर्स भी किया है। 12वीं में पढ़ रहे निमित डोगरा भी साइकिलिंग और स्लो-रेस एथलीट हैं और उन्होंने भी कई पदक जीते हैं। 
उनकी माताओं राजवंत कौर (सरबजीत सिंह), दमन इंदर कौर (जगतेश्वर सिंह) और बबीता डोगरा (निमित डोगरा) ने जिला प्रशासन और जिला रेडक्रॉस सोसायटी की इस पहल का स्वागत किया और उनकी सफलता के लिए अपना पूरा सहयोग देने का वादा किया, जिसमें उन्हें लाना और वापस ले जाना भी शामिल है। डिप्टी कमिश्नर ने इन माताओं की भी सराहना की जिन्होंने अपने बच्चों को बड़ी मेहनत से चुनौतीपूर्ण जीवन जीने का साहस दिया। 
जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव हरबंस सिंह ने ‘विंग्स’ योजना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि इसका उद्देश्य विशेष आवश्यकता वाले इन बच्चों के लिए ऐसे स्वरोजगार की व्यवस्था करना है, जिसके माध्यम से वे अपनी इच्छा व सुविधा के अनुसार आर्थिक कमाई कर सकें।
 उन्होंने बताया कि उपायुक्त की पहल पर जिला रेडक्रॉस सोसायटी का यह पहला पायलट प्रोजेक्ट होगा, जिसकी सफलता का विश्लेषण करने के बाद इसे अन्य विशेष आवश्यकता वाले बच्चों तक बढ़ाया जाएगा।